बेमेतरा(छत्तीसगढ़):- बीते हफ्ते बोरिया गाँव के तालाब में मिले बच्चे के शव के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। 13 साल के बच्चे एलेश्वर साहू को दूसरे नाबालिग ने ट्रैक्टर से घायल कर दिया। पुलिस को पता न चले, इसलिए नाबालिग के पिता और फूफा ने मिलकर एलेश्वर को जिंदा जला डाला और उसके बाद तालाब में फेंक दिया।
इस मामले में दोनों आरोपी पिता ओमप्रकाश साहू और शिवकुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना कोतवाली थाने के तहत बोरिया गांव की है। यहां पिछले सोमवार को एक बच्चे की लाश तालाब में तैरती मिली। बच्चे का शरीर सड़कर फूल गया था। इस कारण इस समय तक बच्चे की पहचान नहीं हो सकी थी। पतासाजी की गई।
यह बच्चा ऐलेश्वर था, पास ही के गांव खुरूसबोड़ में 10 नवंबर को एक गुमशुदगी की रिपोर्ट का पता चला। इसके बाद कड़ी खुलती गई और खुलासा हुआ। 9 नवंबर को हत्या के आरोपी ओमप्रकाश साहू पिता हीराराम साहू (35 साल) ने अपने नाबालिग बेटे को ट्रैक्टर चलाने दिया था। इस दौरान 13 साल का बच्चा घायल हो गया। उसके सिर पर चोट आई। इससे दुर्घटना करने वाला नाबालिग घबरा गया और पिता को घटना की जानकारी दी। इस पर ओमप्रकाश साहू और उसका जीजा शिवकुमार साहू पिता पुनाराम(48 साल) घटना स्थल पर पहुंचे और बच्चे को बाेरिया गांव के तालाब के पास पेट्रोल छिड़ककर जला दिया।
मारने के बाद उस बच्चे के शव को दो सीमेंट के फेंसिंग पोल से बांधकर तालाब में फेंक दिया, ताकि शव बाहर न आए। लेकिन शव सड़कर पानी के ऊपर आ गया, कोटवार ने देखा और पुलिस को सूचना दी। कपड़े और गले की माला से बच्चे की पहचान हो गई। इसके बाद पूछताछ शुरू हुई और मामला सामने आ गया। इस मामले में नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया है।।
रिपोर्ट : प्रकाश झा