कोरोना महामारी का प्रकोप किसी से छिपा नहीं है | इसके चलते व्यापार और तमाम उद्योग भी औंधे मुंह गिर पड़े हैं | कोरोना की वजह से लॉक डाउन के चलते फिल्म इंडस्ट्री को भी गहरा झटका लगा है | वैश्विक फिल्म जगत के साथ साथ क्षेत्रीय फिल्म उद्योग को भी कोरोना की वजह से मुश्किलों का सामना कर पड़ रहा है | देश में बॉलीवुड के अलावा साउथ की फिल्म इंडस्ट्री काफी चर्चा में रहती है, लेकिन कोरोना संकट की वजह से वहां काम काज ठप पड़ा हुआ है |
सॉउथ की फिल्म इंडस्ट्री का एक बड़ा हिस्सा मलयाली फिल्मों के ऊपर निर्भर है | लेकिन सन्नाटे की वजह मलयालम फिल्मों के कलाकार, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर निराश हैं | इंडस्ट्री के एक प्रोड्यूसर का कहना है कि कोरोना की वजह से हमारा काफी नुकसान हुआ है, चलती फिल्में तो बंद हो ही गई हैं, लेकिन आने वाले एक साल तक भी हालात सामान्य होते नहीं दख रहे हैं, ऐसे में हमारे लिए काफी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं | जानकारों के मुताबिक जब तक सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य सावधानियां सामान्य दिनों में नहीं बदल जाती, तब तक इंडस्ट्री में काम शुरू करना संभव नहीं है | 20 से ज्यादा फिल्में ऐसी हैं, जो आधी बन चुकी हैं, लेकिन संकट की वजह से पूरी नहीं हो रहीं | बहरहाल इंडस्ट्री के दिग्गज अब सामान्य दिनों का इंतज़ार कर रहे हैं, वे अपनी मुश्किलें सरकार के सामने भी नहीं ले जाना चाहते, उनका मानना है कि फिल्म जगत सरकार की प्राथमिकताओं में आखिरी पायदान पर आता है |