उज्जैनी त्रिवेणी संगम जहां पर मां भद्रकाली का मंदिर और वहां के महंत त्रिवेणी गिरी महाराज भूखे प्यासे राहगीरों को भोजन प्रसादी का वितरण कर रहे हैं सेवा करने के लिए यहां पर छोटे बच्चे और बच्चियों के साथ माता बहने और सेवादार सुबह 6:00 बजे से आकर अपनी सेवा में लग जाते हैं 9:00 बजे खाना तैयार हो जाता है आने-जाने ट्रक वालों को महाराज खुद अपने हाथों से खाना वितरण करते हैं आते जाते मुसाफिर महाराज का आशीर्वाद लेते हैं और दूसरे हाथ में भोजन प्रसादी मां भद्रकाली का दर्शन और जहां 3 नदियां मिलकर त्रिवेणी कहलाती है यहां पर शिप्रा नदी महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन की ओर रवाना होती है बाबा के दर्शन करने ऐसे पवित्र स्थान पर भोजन प्रसादी ग्रहण करना एक अमृत के समान होता है जिसने मां भद्रकाली का महंत त्रिवेणी गिरी का आशीर्वाद महाराज खुद अपने हाथों से कभी सब्जी कभी पूरी बनाते हुए नजर आते हैं इससे भक्तों का हौसला बढ़ता है और भक्त लोग भक्ति भावना में बहकर बिना किसी के कहे सुने अपनी सेवा में लग जाते हैं महाराज को किसी को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती है लोग स्वयं सेवा में लग जाते हैं।
रिपोर्ट :- गणेश सोनी