नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को वायु गुणवत्ता की स्थिति फिर से गंभीर हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सुबह 10 बजे तक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 401 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इससे पहले सुबह 8 बजे AQI 397 था, जो तेजी से बढ़कर 400 के पार चला गया।
इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण धीमी हवाओं की गति, स्थिर वायुमंडलीय स्थिति, प्रतिकूल मौसम और प्रदूषकों के फैलाव में कमी है। घने स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है, जिसके चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर लो विजिबिलिटी प्रक्रियाएं लागू की गई हैं, हालांकि उड़ानें सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं।
CPCB डेटा के मुताबिक, दिल्ली के कुल मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 21 से अधिक स्थानों पर AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया। सबसे प्रदूषित इलाके वजीरपुर (443), जहांगीरपुरी (439), विवेक विहार (437), रोहिणी और आनंद विहार (434) रहे। अन्य गंभीर क्षेत्रों में अशोक विहार (431), नेरेला (425), बवाना (424) और नेहरू नगर (421) शामिल हैं।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए Commission for Air Quality Management ने तत्काल प्रभाव से GRAP स्टेज-3 लागू कर दिया है। इसमें निर्माण और विध्वंस कार्यों पर प्रतिबंध, BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाहनों पर बैन, और अन्य सख्त उपाय शामिल हैं। यह स्टेज-1 और 2 के उपायों के अतिरिक्त है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गंभीर AQI स्तर पर स्वस्थ लोग भी सांस की तकलीफ, आंखों में जलन और अन्य समस्याओं का सामना कर सकते हैं। बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को बाहर निकलने से बचना चाहिए। N95 मास्क का उपयोग और इंडोर रहने की सलाह दी जा रही है। एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, रविवार तक स्थिति और बिगड़ सकती है।