कानपुर। शीतकाल और घने कोहरे के मौसम में बढ़ते सड़क दुर्घटना जोखिम को देखते हुए जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में तहसीलदार सदर विनय द्विवेदी ने नौबस्ता से कानपुर देहात सीमा तक एनएच-19 का विस्तृत निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पीएसआईटी कॉलेज के सामने, चकरपुर फल मंडी मोड़ और ओरिएंट रिसोर्ट कट पर प्रकाश व्यवस्था और संकेतकों की कमी पाई गई, जो कोहरे के समय दुर्घटनाओं की आशंका को बढ़ा सकती है। इस पर जिलाधिकारी के निर्देश पर एनएचएआई के परियोजना निदेशक पंकज यादव ने मार्ग का पुनः निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।
रिपोर्ट के अनुसार—
- चकरपुर मंडी क्षेत्र में सात दिनों के भीतर दो अतिरिक्त लाइट पोल लगाए जाएंगे।
- एजेंसी को साइनबोर्ड और अन्य संकेतक लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
- पीएसआईटी कॉलेज साइड लेन पर लगभग 1.5 किलोमीटर की लाइटिंग पर्याप्त पाई गई।
- विपरीत दिशा की लाइटिंग भी मानकों के अनुरूप मिली है।
सर्विस रोड और मुख्य मार्ग दोनों पर सेवलाइफ फाउंडेशन की सिफारिशों के अनुसार साइनबोर्ड, क्रैश बैरियर और हैज़र्ड मार्कर का कार्य पूरा हो चुका है।
रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया कि ओरिएंट रिसोर्ट क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था की वैधानिक आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह क्षेत्र न तो एलिवेटेड संरचना में आता है और न ही घनी आबादी वाला है। यहां पास की सभी मीडियन ओपनिंग पहले ही बंद कर दी गई हैं और यातायात पूरी तरह सर्विस रोड से नियंत्रित किया जा रहा है।
फिर भी, सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए परियोजना निदेशक ने इस सप्ताह के भीतर सोलर ब्लिंकर और अतिरिक्त हैज़र्ड मार्कर लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि—
“कोहरे के दौरान दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में प्रकाश व्यवस्था, साइनबोर्ड और चेतावनी संकेतकों का होना अत्यंत आवश्यक है, ताकि जनहानि रोकी जा सके और आवागमन सुरक्षित रह सके।”