इटावा :- वर्तमान समय के दरम्यान कोराना जैसी माहा मारी का भी प्रकोप है। कई बार लंबे से लेकर हल्के लाक डा उन भी हो चुके। जिसके कारण दुकान दार, किसान से लेकर आम आदमी की कमर टूटी पड़ी है आर्थिक स्थिति भी कम जोर हो गई है। और ऐसे समय में रही सही कसर इटावा पुलिस भी आम आदमी को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
सरकार ने पुलिस को पावर दे रखा है। कि ई चालान वाहनों के करें जो हेलमेट न लगाए हो जो मास्क न लगाए हो चलो यह चालान तो ठीक है। खुद की सुरक्षा हेलमेट से कोराना से सुरक्षा मास्क से मास्क की जगह गमछा भी सरकार ने बताया गमछा होने पर तथा मुंह बंधा होने पर भी पुलिस चालान ठोक रही है उसका कहना है। सिर्फ और सिर्फ मास्क ही हो तो चालान नहीं होगा।
पुलिस विभाग द्वारा ई चालान शुरू हो गए बरसात का मौसम चल रहा है। गाड़ी से संबंधित काग जात भींग भी सकते हैं। इस लिए लोग अपने कागजात मोबाईल में रख रहे हैं। पुलिस उन्हें मानने को तैयार नहीं है। यह कहां का न्याय है। जब ई चालान हो सकता है तो ई पेपर मान्य क्यों नहीं।
इसी तरह आर टी ओ दफ्तर ने एक एप जारी कर रखा है। एम परिवहन जिसमें गाड़ी का नम्बर डालते ही गाड़ी के सभी कागजात मय ड्राइविंग लाइसेंस के आ जाते है। फोटो सहित उस एप को पुलिस विभाग को क्यों नोट नहीं कराया जा रहा है।
बहुत से एप अभी और हैं। जिन पर गाड़ी का नम्बर डालते ही सभी डिटेल निकल आती है। गाड़ी मालिक खुद उस एप को लोड किए हैं। पुलिस को कागजों की जगह दिखाते हैं। मगर पुलिस एक नहीं सुनती है। सीधा चालान ठोक रही है। अगर किसी ने तर्क किया तो उसके लट्ठ भी बज जाता है है।
एक समस्या और मुंह पर गमछा लपेटे है। फिर भी उसका चालान दर चालान से आम जनमानस बुरी तरह से कराहने लगा है।
जिला प्रशासन पुलिस कप्तान इटावा से आम जन मानस की ओर से अपील करते हुए। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष उदय भान सिंह यादव व् पूर्व महासचिव राकेश सिंह राठौड़ ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री अपने सन्देश में कोरोना से बचाब के लिये मास्क अगर नही है।
तब अंगोछा को मुँह पर लपेट कर बचाब कर सकते है। और दो गज की दुरी का पालन करे पर जनपद के हर कोने से शिकायत आ रही है। की पुलिस द्वारा चालान किया जा रहा है। और अगर ई चालान हो रहे।
तो ई पेपर भी मान्य हो अब हर व्यक्ति के पास एंड्रायड फोन नहीं है। तो चालान करने वाले पुलिस कर्मियों को एम परिवहन एप डाउन लोड कराया जाय। जिससे गाड़ी नम्बर डालते ही सभी डिटेल आ जाए। जिससे आम आदमी की समस्या का समाधान हो सके।
रिपोर्ट शिवम दुबे