बांदा :-अमूमन तौर पर ईद के मौके पर बकरों की कीमत काफी होती थी, लेकिन इस बार खरीदार न मिलने के कारण रेट कम हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार 25 से 30 फीसदी की गिरावट आई है।
इस बार बकरों की कीमत 10 से 15 हजार रुपये तक है। साथ ही बकरों की मांग भी कम है। बकरे के साइज पर भी उसका का भाव निर्भर करता है।
बकरे की बिक्री कई कारोबारी ऑनलाइन कर रहे हैं। पहली बार बकरों को ऑनलाइन बेचने का तरीका अपनाया गया है। वाट्सएप पर कई ग्रुप बनाए गए हैं।
इनमें बकरे की तस्वीर, वीडियो और कीमतों को शेयर किया जा रहा है। समूह का सदस्य जो बकरे को पसंद करता है, वह व्यापारी से संपर्क करता है। बकरे की जांच के बाद उसका सौदा हो रहा है।
– फारूख खान, बकरा कारोबारी
कोरोना का असर कुर्बानी पर भी रहेगा। ईद का समय नजदीक है, ऐसे में अब तक हाट भी नहीं लग सकी। जिले में साठ फीसदी मुस्लिम कुर्बानी करते थे। अब लोगों को पास रोजगार की कमी है।
इस कारण कुर्बानी करने के लिए बजट गड़बड़ है। कम लोग ही कुर्बानी करेंगे, इसीलिए खरीदारी कम हो रही है।