कुंभराज, चांचौड़ा (मध्यप्रदेश) :- चाचौड़ा तहसील में 1 वर्ष पूर्व जो कंप्यूटर में शासकीय जमीन के संबंध में फर्जी प्रविष्टियों का मामला प्रकाश में आया था। तत्कालीन एसडीम महोदय द्वारा और उनकी जांच की गई थी। इसके बाद में जांच में लगभग अट्ठारह पटवारी हल्कों में फर्जी प्रवेश का मामला संज्ञान में आया था।
जिसमें सभी पटवारियों के विरुद्ध विभागीय जांच प्रारंभ की गई थी। और जो फर्जी प्रविष्टियों की गई थी उनको कंप्यूटर से प्रिंट किया गया था। और रिपोर्ट को पूरी तरीके से क्लीन कर दिया गया था।
अभी सभी दोषियों में से 12 पटवारियों की विभागीय जांच होने के उपरांत चाचौड़ा तहसील के ऋतुराज रागी रघुवीर सिंह यादव एवं दौजी राम राठौर को इस पूरे घोटाले के मास्टरमाइंड होने के कारण इनको सेवा समाप्ति का दंड दिया गया।
बाकी 7 पटवारियों से 5 फरवरी की 4 वर्ष की वेतन वृद्धि संचई प्रभाव से रोकी गई क्योंकि इनके पासवर्ड से फर्जीवाड़ा हुआ था। लेकिन यह फर्जीवाड़ा मास्टरमाइंड पटवारियों के द्वारा ही किया गया था।
परंतु अपने पासवर्ड की पर्याप्त सावधानी एवं गोपनीयता ना रखने के कारण इनको वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के दंड से दंडित किया गया। और 2 पटवारी जिन्होंने इस घोटाले का खुलासा किया था उनकी भी 2 वर्ष की वेतन वृद्धि या संचई प्रभाव से रोकी गई और बाकी के पटवारियों की विभागीय जांच शीघ्र पूर्ण होकर उनके विरूद्ध भी कार्रवाई की जावेगी।
रिपोर्ट इदरीस मंसूरी