बिलासपुर :- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में तहसील कार्यालय में बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार को लेकर आम जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच चर्चा का बाजार गर्म है।बिलासपुर तहसील कार्यालय में बैठे कुछ नायाब तहसीलदार एवं उच्च पदों में बैठे अधिकारियों की मनमानी और गुंडागर्दी चरम सीमा पर है।तहसील में बैठे कुछ बाबू,रीडर और अधिकारी खुले आम रिश्वत का बाजार चला रहे हैं।
इनके इस रवैये से आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों में काफी रोष है।आने वाले दिनों में हो सकता है कि तहसील कार्यालय किसी बड़ी घटना का गवाह ना बन जाये। अगर आम जनता को प्रताड़ित करने की बात करें तो तहसील कार्यालय का नज़ारा बड़ा ही भयावह नज़र आता है। कुछ दिन पहले इसी बात को लेकर तहसील कार्यालय में मारपीट का माहौल बन गया था।बिलासपुर विधायक भी तहसीलदार नारायण प्रसाद गबेल को बोल चुके हैं कि तहसील में भू- माफियाओं की लिस्ट जल्दी लगाओ।जिससे आम जनता को पता चल सके कि शहर का क्या हाल है। हो सकता है आने वाले समय में ये भी बात हो जाये कि भू माफियाओं के साथ तहसील कार्यालय के बाबू, रीडर ,नायब तहसीलदार एवं तहसीलदार लोगों की भी सूची टांगना पड़े,क्यों कि बगैर इनकी मिलीभगत के भू माफिया कुछ नही कर सकते।
बिलासपुर शहर के जिद्दी युथ संगठन के कार्यकर्ता लगातार तहसील कार्यालय में हो रहे घूसखोरी पर नज़र रखे हुए है।जिद्दी युथ संगठन के विकास सिंह ने आम जनता से अपील की और कहा कि जब लोग इन अधिकारियों के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे तभी इनको सबक मिलेगा, विकास ने आम जनता से अपील की है कि जिद्दी युथ संगठन जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएगा।
आने वाले दिनों में जिद्दी युथ संगठन के माध्यम से आम जनता को बताएंगे कि बिलासपुर तहसील कार्यालय में पदस्थ किन किन अधिकारियों के यहां कार्य करवाने का क्या -क्या रेट फिक्स है।
रिपोर्ट : प्रकाश झा