पश्चिम बंगाल :- और झारखंड के सिमा पर स्तिथ मैथन डेम क्षेत्र लंबे समय से बिरान पड़ा था। लॉकडाउन के कारण पूरे क्षेत्र में बेरोजगारी की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई थी। क्यूं की पर्यटकों को पर ही इस क्षेत्र का रोजगार निर्भर है।
हर साल यहां हज़ारो पर्यटक आते है, जिनसे स्थानीय लोगो की आय का सृजन होता है। मैथन के समीप कल्यांस्वरी मन्दिर जिसमे दूर दूर से श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते है। पूरा क्षेत्र खाली पड़ा था 3 महीनों से. सरकारी निर्देश पर खुलने के बावजुद क्षेत्र में पर्यटक नहीं आ रहे थे।
वहीं धीरे धीरे पटरी पर लोट रही जिंदगी और अर्थ्यवस्था जिसके बाद मैथन क्षेत्र मैं पर्यटकों का आना आरम्भ हो गया है। सोमवार सुबह क्षेत्र मैं पर्यटकों के आने से पर्यटकों पर आर्थिक रूप से निर्भर क्षेत्र के दुकानदार, रिक्शा चालक, होटल मालिक, नवका चालक अन्य स्थानीय लोग काफी खुश दिखे।
नवका बिहार पर पहुचे पर्यटकों को देख नवका ने बताया कि यह क्षेत्र में पूरी तरह से सरकारी नियमो का पालन किया जा रहा है। मास्क, सेनेटाइजर और सामाजिक दूरी जैसी दिशा निर्देश का पालन किया जा रहा है।
एक निजी होटल प्रबनाधक ने बताया कि बाहर से आने वाली सभी पर्यटकों को रूम सरकारी निर्देशों का पालन कर दिया जा रहा है। अधिक संक्रमित राज्यो से आने वाले ब्यक्ति की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी जा रही है।
और स्वस्थ जांच व किया जा रहा है, शादी जैसी समारोह के लिये भी लॉज बुकिंग शुरू है, सरकारी नियम अनुसार 50 से अधिक लोग नही होने चाहिए। हमे उमीद है जल्द ही सब ठीक हो जायेगा।
वही स्थानीय लोगो ने कहा कि कुछ समय लगेगा पहले जैसे सब कुछ होने में।
रिपोर्ट राहुल तिवारी