इससे ज्यादा किसी भी देश का दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि जब देश के सभी लोगों को मिलकर कोरोना लड़ने की कार्ययोजना पर कार्य करना चाहिए , ऐसे में कुछ राजनेता हर मुद्दे को राजनीतिक रंग देने में लगे हुए है। ऐसा ही महान कार्य कांग्रेस नेता व सोनिया गांधी के चहेते राहुल गांधी ने किया है। राहुल ने कोरोना संकट में विदेशों में फंसे प्रवासियों के मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोेशिश करते हुए सरकार से सभी प्रवासियों को उनके गृहस्थान भेजने की बात कही है।
राहुल ने कहा कि पूरी दुनिया में लाॅकडाउन के चलते काम धंधे ठप पड़े है। ऐसे में मध्य पूर्व में फंसे भारतीय श्रमिक घर लौटने के लिए परेशान है। सरकार को इन्हें वापस लाने के लिए विशेष विमानों का इंतजाम चाहिए।
गौरतलब है कि विदेश में फंसे भारतीयों को लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी। कोर्ट ने याचिका की सुनवाई करते हुए सरकार के प्रयासों से संतुष्ट होकर याचिका का निपटारा कर दिया गया था। ऐसे में सवाल उठते है कि जब कोर्ट सरकार के प्रयासों से संतुष्ट है तो राहुल गांधी इस मामले में राजनीति करके क्या साबित करना चाहते है।