अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना की इलाज करने वाले डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करना अब मंहगा पड़ सकता है। केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश जारी किया है। इस अध्यादेश के मुताबिक स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने पर 5 साल की जेल के साथ 50 हजार रुपये जुर्माना और गंभीर हमला करने पर सात साल की जेल के साथ ही सात लाख रुपये के जुर्माने की बात कही गई है।
गौरतलब है कि देशभर में मुस्लिमों द्वारा लगातार स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला किया जा रहा है। इंदौर से लेकर उत्तर प्रदेश तक लगभग हर जगह मेडिकल कर्मियों के साथ ही पुलिस टीम पर भी हमले किये गये है। इन हमलों से नाराज चिकित्सा संघ ने आज शाम को सांकेतिक विरोध का एलान किया था। इसी के मद्देनजर आज गृह मत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्री डा0 हर्षवर्धन के साथ बातचीत कर यह अध्यादेश जारी किया है। इसी के साथ गृहमंत्री ने कहा कि वह हर भारतीय से अनुरोध करते हैं कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में वे डाक्टरों का सहयोग करें।गृह मंत्री ने कहा कि डाक्टरों को काम करने के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने डाक्टरों को आश्वस्त किया है कि मोदी सरकार उनकी चिंताओं के समाधान के प्रति वचनबद्ध है