देश में धार्मिक अंधता किस हद तक घर बना चुकी है कि इसका एक वाकया प्रयागराज के इलाहबाद विश्वविद्यालय में देखने को मिला। जहाँ जाहिल जमाजियो को छिपाने के आरोप में एक प्रोफेसर का गिरफ्तार किया गया है। विश्वविद्यालय का प्रोफेसर शाहिद दिल्ली में आयोजित तबलीगी जमात की बैठक में शामिल हुआ था। बैठक से निकलने के बाद शाहिद ने साथी जमाजियों को प्रयागराज में छिपाने की व्यवस्था की थी।
पुलिस के अनुसार, प्रोफेसर शहर के रसूलाबाद इलाके का निवासी है और कुछ महीने पहले इथियोपिया भी गया था। जब वह नई दिल्ली लौटा तो 6 से 10 मार्च तक निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में भाग लिया। वह 11 मार्च को वापस इलाहाबाद आया और 12-16 मार्च को वार्षिक परीक्षाओं के दौरान उसे निरीक्षक की ड्यूटी सौंपी गई। वह एक परीक्षा हॉल में ड्यूटी पर था, जहां लगभग 150 छात्र पांच दिनों के लिए परीक्षा दे रहे थे।
जाहिलों को छिपाने वाले प्रोफेसर के साथ कुल 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिसमें से 16 विदेशी नागरिक है। जिसमें से 7 लोग इंडोनेशिया और थाईलैंड के 9 लोग भी शामिल है। फिलहाल सभी को पुलिस देखरेख में क्वारंटाइन किया गया है। क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद सभी को गिरफ्तार किया जायेगा।