गाजा में इजरायली सेना उत्तरी भाग में और भीतर घुस गई है, जबकि दक्षिण में इजरायली टैंक और सेना रफाह जाने वाले हाईवे पर आगे बढ़ रही है। गाजा के कई इलाकों में हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाके पुन: संगठित हो गए हैं, इसके परिणामस्वरूप लड़ाई फिर तेज हो गई है।
35 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत
सोमवार को गाजा में विभिन्न स्थानों पर कुल 57 लोग मारे गए। इन्हें मिलाकर सात महीने के युद्ध में गाजा में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या कुल 35,091 हो गई है। गाजा पट्टी के उत्तर और दक्षिण में फिर से भीषण लड़ाई छिड़ गई है। सबसे बड़े शहर गाजा सिटी के घर को निशाना बनाकर हुए इजरायली हमले में पांच लोग मारे गए हैं, जबकि मिस्र की सीमा पर स्थित रफाह में शरण लिए फलस्तीनियों का पलायन जारी है। वे वहां से खान यूनिस और कुछ अन्य इलाकों में जा रहे हैं। लेकिन अभी भी रफाह में करीब दस लाख बेघर लोग मौजूद हैं।
रफाह में नहीं पहुंच रही विदेशी राहत सामग्री
इस बीच मिस्त्र के सीमा बंद कर दिए जाने से रफाह में विदेशी राहत सामग्री पहुंचनी बंद हो गई है। मानवाधिकार संगठनों ने इस स्थिति पर चिंता जताई है और कहा है कि राहत सामग्री के बगैर रफाह में जीना दूभर हो जाएगा। 75 वर्ष पुराने जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में पहुंचकर इजरायली टैंक कहर बरपा रहे हैं।
यहां पर रविवार-सोमवार की रात हुए हमलों में मारे गए 20 से ज्यादा लोगों के शव कई घरों से निकाले गए हैं। यहां के लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए कहां जाएं। एक लाख से ज्यादा आबादी वाले जबालिया से हमास को खत्म करने का दावा इजरायली सेना ने जनवरी में किया था लेकिन वहां पर एक बार फिर से हमास लड़ाके संगठित होकर हमले कर रहे हैं।
सुरक्षित भविष्य के लिए लड़ना होगा: नेतन्याहू
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हम लड़ाई को बीच में नहीं छोड़ सकते हैं। हमारी आजादी की लड़ाई अभी पूरी नहीं हुई है, वह इन दिनों भी जारी है। हमें अपने सुरक्षित भविष्य के लिए लड़ना है और हमास को खत्म करना है।