दिशाशूल को हिंदू धर्म में यात्रा के लिए अशुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान किसी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए, नहीं तो परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आपको यह जानकर खुशी होगी कि हर दिन दिशाशूल नहीं होता है और दिशाशूल के दौरान भी कुछ खास दिशाओं में यात्रा करना शुभ माना जाता है.
यहाँ हम आपको बताएँगे कि दिशाशूल क्या होता है और आप यात्रा के लिए शुभ मुहूर्त का चुनाव कैसे कर सकते हैं.
दिशाशूल होता क्या है? (Disha Shool होता क्या है?)
दिशाशूल का अर्थ है अशुभ दिशा. हिंदू धर्म के अनुसार, ग्रहों की चाल के आधार पर हर दिन एक विशेष दिशा में यात्रा करना अशुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि दिशाशूल के दौरान उस खास दिशा में यात्रा करने से व्यक्ति को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
कब किधर होता है दिशाशूल
दिशा | वार |
पूर्व | सोमवार, शनिवार |
दक्षिण | गुरुवार |
पश्चिम | शुक्र, रविवार |
उत्तर | मंगल, बुधवार |
अग्निकोण | सोमवार, गुरुवार |
नैऋत्य कोण | रविवार, शुक्रवार |
वायव्य कोण | मंगलवार |
ईशान कोण | बुधवार, शनिवार |
दिशाशूल का निर्धारण कैसे होता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा की हर राशि के अनुसार दिशाशूल की दिशा तय होती है. उदाहरण के लिए, सोमवार को पूर्व दिशा में दिशाशूल होता है तो मंगलवार को दक्षिण दिशा में.
दिशाशूल के दौरान यात्रा करने से क्या नुकसान हो सकते हैं?
दिशाशूल के दौरान यात्रा करने से जुड़े नुकसान पर लोगों की अलग-अलग धारणाएं हैं. कुछ का मानना है कि इससे यात्रा में देरी हो सकती है, दुर्घटना होने का खतरा बढ़ सकता है या फिर काम में सफलता नहीं मिल सकती. वहीं, कुछ लोग इसे केवल एक ज्योतिषीय मान्यता मानते हैं.
दिशाशूल के दौरान यात्रा कैसे करें?
अगर आपको यात्रा करना ही पड़े और उस दिन दिशाशूल हो, तो आप कुछ उपाय कर सकते हैं. आप या तो यात्रा का समय बदल सकते हैं या फिर उस खास दिशा में यात्रा करने से बच सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र में दिशाशूल के दौरान भी कुछ खास दिशाओं में यात्रा को शुभ माना गया है. आप यात्रा के लिए शुभ दिशा का चुनाव कर सकते हैं.
यात्रा के लिए शुभ मुहूर्त कैसे जानें?
आप किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर दिशाशूल के दौरान यात्रा का शुभ मुहूर्त जान सकते हैं. इसके अलावा, पंचांग में भी शुभ और अशुभ मुहूर्त की जानकारी दी जाती है. आप पंचांग देखकर भी यात्रा के लिए शुभ समय का पता लगा सकते हैं.
यह ध्यान रखना जरूरी है कि दिशाशूल पर सभी की अपनी अलग-अलग धारणाएं हैं. आप अपनी सुविधा और विश्वास के अनुसार निर्णय ले सकते हैं.