नयी दिल्ली: राजस्थान में बीकानेर जिले के कानासर स्थित सैन्य स्टेशन में सवा सौ करोड़ रूपये की लागत से बने एक भवन को असुरक्षित करार देते हुए जमींदोज करने का निर्णय लिया गया है।
इस भवन की स्वतंत्र एजेन्सी से जांच कराये जाने पर पुष्टि हुई है कि यह जवानों के रहने तथा गोला बारूद रखने के लिए सुरक्षित नहीं है। भवन को जमींदोज करने का निर्णय जांच में यह बात सामने आने के बाद लिया गया है कि इसकी मरम्मत संभव नहीं है।
सरकारी सूत्रों ने बताया , “ सवा सौ करोड़ रूपये बर्बाद हो जायेंगे क्योंकि इस भवन को अब गिराया जायेगा। ”
जांच में यह बात सामने आयी है कि इस भवन को बनाने में घोर लापरवाही बरती गयी है और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है जिससे इसे मजबूरन गिराने का निर्णय लिया गया है। ” इस मामले में अधिकारियों और ठेकेदारों की जवाबदेही तय की गयी है।
सूत्रों ने कहा , “ इस भवन के निर्माण कार्य की निगरानी करने, इसे मंजूरी देने और इसके क्रियान्वयन से संबंधित अधिकारियों पर ठेकेदारों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने का आरोप है। ”
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने हाल ही में तीनों सेनाओं के प्रमुखों को एक सख्त पत्र लिखकर एमईएस के निर्माण कार्यों से जुड़े भ्रष्ट अधिकारियों तथा ठेकेदारों की पहचान कर उन्हें दंडित करने काे कहा था।
जनरल रावत ने कहा था कि इन भ्रष्ट अधिकारियों तथा ठेकेदारों की जवाबदेही तय करने के लिए तुरंत कदम उठाये जाने की जरूरत है। इस पत्र में मुख्य सतर्कता आयुक्त और सीडीएस के बीच बैठक का भी हवाला दिया गया था।
सूत्रों के अनुसार एमईएस पर घटिया निर्माण, प्रोजेक्ट में देरी और अत्यधिक कीमत को लेकर सवाल उठाये जाते रहे हैं।
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