नयी दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि मौजूदा सुरक्षा परिस्थितियों में सेना ने जिस तरह के कदम उठाये हैं और कार्रवाई की है उन्हें उस पर गर्व है।
रक्षा मंत्री ने बुधवार को सेना के तमाम शीर्ष कमांडरों को संबोधित किया और उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार सशस्त्र सेनाओं को मजबूती प्रदान करने में किसी तरह की कसर नहीं छोडेगी।
राजनाथ सिंह ने सोमवार से यहां चल रहे सैन्य कमांडरों के चार दिन के सम्मेलन को बुधवार को संबोधित किया। बाद में उन्होंने सिलसिलेवार टवीट कर कहा ,’नयी दिल्ली में आज सैन्य कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित किया। मौजूदा सुरक्षा माहौल में सेना की पहलकदमी पर बेहद गर्व है। सेना आजादी के बाद से ही देश की सुरक्षा और संप्रभुता के समक्ष चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर रही है।’
उन्होंने कहा कि चाहे आतंकवाद या उग्रवाद की समस्या हो या कोई बाहरी हमला हो सेना ने इन खतरों का खात्मा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
टू प्लस टू वार्ता का भी किया ज़िक्र
रक्षा क्षेत्र और विशेष रूप से सैन्य सुधारों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में आगे बढ रही सेना की मदद के लिए प्रतिबद्ध है जिससे वह हर क्षेत्र में उन्नति कर सके। उन्होंने कहा कि सरकार सेनाओं को सशक्त बनाने में अपनी ओर से किसी तरह की कसर नहीं छोडेगी।
उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले पांच महीने से चीन के साथ सैन्य गतिरोध चल रहा है और सेना ने इस समूचे घटनाक्रम के दौरान मजबूती के साथ स्थिति का सामना किया है और चीन का उसकी हर चाल का करारा जवाब दिया है।
राजनाथ सिंह को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इस सम्मेलन को मंगलवार को संबोधित करना था लेकिन उसी दिन उन्हें अमेरिका के विदेश और रक्षा मंत्रियों के साथ टू प्लस टू संवाद में भी हिस्सा लेना था इसलिए अंतिम समय में उनका यह संबोधन टालना पडा था!