‘गैंगस्टर दुल्हन’ का काला सच उजागर, चार शादियाँ… रेप केस… और करोड़ों की वसूली

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कानपुर नगर। कानपुर पुलिस ने दिव्यांशी नाम की उस महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने प्यार, भरोसा और शादी को हथियार बनाकर दो दारोगाओं और दो बैंक मैनेजरों को अपने जाल में फंसाया। एसआईटी की एक साल लंबी जांच में खुलासा हुआ कि दिव्यांशी एक संगठित ठगी नेटवर्क चलाती थी। शादी और रिश्ते का झांसा देने के बाद वह हर बार रेप का मुकदमा दर्ज कराकर लाखों की वसूली करती थी। उसके खातों में करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेन-देन मिला है।

शादी के नाम पर जाल—चार पति, चार केस, एक ही पैटर्न

पुलिस के मुताबिक दिव्यांशी ने 4 शादियां कीं, दो दारोगाओं से दो बैंक मैनेजरों से चारों मामलों में उसका तरीका एक जैसा था। पहले प्यार, फिर भरोसा, फिर शादी या रिश्ते का वादा… और अंत में रेप का मुकदमा, जिसके बाद पीड़ितों से मोटी रकम लेकर समझौता।

पहला शिकार: दारोगा प्रेमपाल सिंह पुष्कर

मेरठ में दिव्यांशी की मुलाकात दारोगा प्रेमपाल से हुई। नजदीकियां बढ़ीं, शादी हुई। कुछ महीनों बाद प्रेमपाल पर रेप का केस दर्ज हुआ। बाद में उसने एसआईटी को बताया कि दिव्यांशी ने समझौते के नाम पर उससे बड़ी रकम ली।

दो बैंक मैनेजरों से भी वही खेल

आशीष राज और अमित गुप्ता को भी दिव्यांशी ने भावनात्मक सहारा देने के नाम पर रिश्ते में फंसाया। दोनों पर रेप के केस दर्ज हुए और दोनों से समझौते के नाम पर लाखों रुपये वसूले गए। पुलिस को मिले दस्तावेज इसकी पुष्टि करते हैं।सूत्र

चौथा पति बना ‘ट्रैप’ — दरोगा आदित्य कुमार ने खोली परतें

फरवरी 2024 में दिव्यांशी ने ग्वालटोली थाने में तैनात दारोगा आदित्य कुमार से शादी की। कुछ समय बाद आदित्य ने देखा कि उनके खाते से बड़ी रकम प्रेमपाल के खाते में जा रही है। शक गहराया तो आदित्य ने खुद अपनी पत्नी की जांच शुरू कर दी।

फोन रिकॉर्ड, कॉल डिटेल और पुराने रिश्तों की पड़ताल में सारा सच सामने आ गया

दिव्यांशी पहले ही प्रेमपाल से शादी कर चुकी थी और अब आदित्य के पैसों का इस्तेमाल उसी के लिए कर रही थी। आदित्य ने शिकायत की तो दिव्यांशी ने पलटवार किया 25 नवंबर 2024 को आदित्य पुलिस कमिश्नर से मिलने गए, उसी दिन दिव्यांशी भी शिकायत लेकर पहुंच गई और उल्टा आदित्य पर आरोप लगा दिए। लेकिन इस बार उसकी चाल नाकाम रही,क्योंकि आदित्य पहले से सबूतों के साथ तैयार थे।

एसआईटी जांच: करोड़ों का नेटवर्क, फर्जी विवाह, संगठित गैंग का खुलासा

एसआईटी ने दिव्यांशी के तीन बैंक खाते खंगाले। करोड़ों रुपये का लेन-देन,कई पुरुषों से वसूली,फर्जी विवाह और झूठी FIR,सीसीटीवी, चैट, कॉल रिकॉर्ड जैसे पुख्ता डिजिटल सबूत मिले। जांच में यह भी पता चला कि दिव्यांशी कई बार कुछ पुलिसकर्मियों के साथ आदित्य के घर पर कब्जा करने तक गई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह एक महीने तक गायब रही। छापेमारी के बाद उसे एक अपार्टमेंट से पकड़ा गया।

पुलिस ने दिव्यांशी को कई गंभीर धाराओं में जेल भेजा

आदित्य कुमार बोले—“इसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी” “इस महिला के कई पुलिस अफसरों से संबंध हैं। यह अकेली नहीं, पूरा गैंग है। शादी के नाम पर जाल बिछाती है और रिपोर्ट लिखाकर लाखों वसूलती है।”

अभी और नाम सामने आने की संभावना

पुलिस सूत्रों के अनुसार दिव्यांशी अकेली नहीं, बल्कि एक छोटी टीम के साथ काम करती थी,कुछ पुलिसकर्मी,वकील, एक महिला साथी,इन सबकी भूमिका की जांच जारी है। एसआईटी के मुताबिक आने वाले दिनों में और लोगों को तलब किया जा सकता है। कानपुर पुलिस ने इस पूरे नेटवर्क को ‘शादी-ठगी गैंग’ का संगठित अपराध बताया है।

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