कुशीनगर। कोरोना संक्रमण काल में लाकडाउन से छूट मिलते ही लोग लापरवाह हो गए। शायद यह सोच लिया कि कोरोना ने भी छूट दे दी। जबकि ये सोचना आपकी भारी भूल होगी। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
इसके साथ ही लोगों में लापरवाही की प्रवृत्ति भी बढ़ती जा रही है। मरीज बढ़ने और लापरवाही की रफ्तार में आजमाइश चल पड़ी है। जिले में संक्रमितों मरीजों की बढ़ती संख्या प्रशासनिक लापरवाही के चलते सोसल डिस्टेंस की उड़ रही धज्जियां की तरफ इशारा जरूर कर रही हैं। लोगो का कहना है कि जब प्रशासन सख्त रहा तो संक्रमितों की संख्या कम रही और जैसे ही प्रशासन बेपरवाह हुआ तो मरीजो की संख्या बढ़ती गयी।
लॉकडाउन में सख्ती रही, लोगों में खौफ भी रहा। यही वजह रही कि लॉकडाउन के चार चरणों में जिले में पॉजिटिव केस कम सामने आए, लेकिन अब प्रशासन की सख्ती और खौफ दोनों खत्म हो गया। बाजार खुले तो लोगों में डर कम हो गया। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां जमकर उड़ाई जा रही हैं। न चेहरे पर मास्क है। नतीजा आपके सामने हैं।
लाकडाउन के बाद अब प्रशासनिक लापरवाही अब जिले में भारी पड़ रहा है और लगातार मरीजो की बढ़ती संख्या इसका नतीजा है, जैसा कि अब लोगो की चर्चाओं में शुमार हो चला है। मरीजो की लागातार बढ़ती संख्या जो हर स्तर की लापरवाही को दर्शाता है। अगर हालात यही रहे तो कोरोना के संक्रमण के मामले में प्रदेश में अव्वल जिला बनने में कुछ ही दिन लगेंगे।
सील इलाकों में खुल रहीं दुकानें, उमड़ रही भीड़
जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या होने के बाद भी हॉट स्पॉट इलाकों में बेरोकटोक लोगों की आवाजाही हो रही है। दुकानें खुल रही हैं। जहां खरीदारों की भीड़ भी जुट रही है। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर न तो लोग जागरूक दिख रहे हैं, और न ही प्रशासनिक अमला उन पर लगाम लगाने में दिलचस्पी दिखा रहा है।
हॉटस्पॉट में लोगों की आवाजाही बरकरार
क्षेत्र में लगातार संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। बावजूद इसके लोग गंभीर नहीं हो रहे हैं। लोग बेवजह घर से निकलने से परहेज नहीं कर रहे हैं। संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद मोहल्लों को सील कर बैरिकेडिंग लगा प्रशासन भी अपनी जिम्मेदारियों से मुक्ति पा ले रहा है। संक्रमण फैलने के डर से लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी हैं। हॉटस्पॉट इलाकों में दुकान खोलने पर भी रोक है,
लेकिन लोगों का घरों से निकलना जारी है। दुकान खुलने पर लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। पुलिसकर्मी शारीरिक दूरी के अनुपालन के साथ-साथ आवश्यक सतर्कता का उद्घोषणा कर रहे हैं। लेकिन इसका फर्क लोगों पर अब नहीं पड़ रहा है। पुलिस कर्मी डंडे भी अब नहीं बरसा रहे हैं। जिसके कारण लोगो की मनमानी बढ़ती ही जा रही है। बढ़ते संक्रमित मरीजों के बाद भी लोग सचेत नहीं हो रहे हैं और प्रशासन भी बेपरवाह ही दिख रहा हैं।