केंद्र व राज्य सरकार कितना ही भ्रष्टाचार मुक्त होने का दावा कर लें, लेकिन कुछ सरकारी कर्मचारियों के कारण पूरी सरकार को बदनाम होना पड़ता है साथ ही पीड़ित को भी अपने हक के लिए दर दर भटकना पड़ता है। मामला फंड कार्यालय कानपुर का है जहाँ राजकुमार नाम के मजदूर ने ईपीएफ अधिकारी संजय निगम पर खाते में जमाधन राशि के गबन का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी से इच्छामृत्यु की मांग की है।
ट्रेड यूनियन को—आॅर्डिनेटर सेंटर, कानपुर के को—आॅर्डिनेटर दिनेश सिंह ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि कानपुर देहात के रनिया स्थित जाहिद लेदर प्रा0लि0 फर्म ने ईपीएफओ अधिकारी संजय निगम के साथ मिलकर मजदूर रामकुमार फंड नंबर यूपी /17579 /100, मजदूर सुनील कुमार फंड नंबर यूपी /17579 /112, संतोष यूपी /17579 /42,अरविंद फंड नंबर यूपी /17579 /078,इन्द्र पाल फंड नंबर यूपी /17579 /101 की भविष्य निधि धनराशि को हड़प लिया है।
मामले की शिकायत जब रामकुमार सहित उपरोक्त मजदूर ईपीएफओ से करने पहुँचे तो ईपीएफ अधिकारी संजय निगम ने मजदूरों को जरीब चौकी बुलाकर कागजात ले लिए और फिर वो कागजात साक्ष्य मिटाने के लिए ईपीएफओ में अपलोड करा दिए गए
मामले में ईपीएफओ कमिश्नर दिल्ली से शिकायत के बाद ईपीएफओ विभाग की विजिलेंस दिल्ली ने जब कानपुर में छापेमारी शुरू की तो अपनी नौकरी बचाने के लिए ईपीएफओ अधिकारियों ने थाना काकादेव में मुकदमा संख्या 232/22 जाहिद लेदर प्रा0लि0 के विरूद्ध दर्ज करा दिया।
मांग की है