कानपुर। मोबाइल पर रील और वीडियो देखना आपके इंटरेस्ट को पूरा नहीं कर रहा है बल्कि आपको इसका एडिक्ट बना रहा है। इससे आपको सीख नहीं रहे बल्कि अपनी बौद्धिक क्षमता को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सोचिये कोई अगर मोबाइल पर रील और वीडियो देखकर डाक्टर बना है तो क्या आप उससे अपना इलाज कराने जाएंगे। जैसे कोई कार में बैठकर अपने हाथ पैर न चलाए और दूसरी जगह पहुंच जाए उसमें उसका कोई इफर्ट नहीं है तो धीरे-धीरे उसके हाथ पांव काम करना बंद कर देंगे। ठीक उसी प्रकार अगर आप अपने दिमाग का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो आपका दिमाग काम करना ही बंद कर देगा।
यह प्रेरक विचार रविवार को द स्पोटर्स हब में आए चेतन भगत ने व्यक्त किये। युवाओं और बुद्धजीवियों के दिलों पर राज करने वाले प्रेरक वक्ता, पटकथा लेखक, यूट्यूबर और पॉडकास्टर जिनकी लेखनी में रोमांस, यथार्थवादी फिक्शन, नॉन-फिक्शन, सस्पेंस, थ्रिलर का समावेश होता है ऐसी शख्सियत ‘चेतन भगत’ के विचारों को टीएसएच के सभागार में लोग अपलक सुनते रहे। करीब दो घंटे तक चले कार्यक्रम में उपस्थित श्रोता और प्रशंसकों ने चेतन भगत से जिंदगी में आगे बढ़ने के लिये सवाल किये इस पर चेतन ने सभी को सक्सेज टिप्स दिये।
चेतन भगत ने लाइफ को सफल बनाने के लिये अपने 11 रूल्स आफ लाइफ जिन्हें उन्होंने अपनी हाल ही में रिलीज हुई पुस्तक में समावेशित किया है उन्हें भी सभी से साझा किये। द स्पोटर्स हब में आए चेतन ने पूरे कैम्पस का भ्रमण किया और बोले इस तरह के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत हर शहर में हैं, स्पोर्ट्स और आउटडोर एक्टिविटी करने से बौद्धिक और शारीरिक विकास होता है और जब आपका मस्तिष्क विकसित होगा तभी आप विकसित भारत की कल्पना कर सकते हैं। चेतन भगत का द स्पोर्ट्स हब के एमडी श्री पीयूष अग्रवाल जी ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।