विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुयी है और शहर के कई रिहायशी इलाके तथा अन्य क्षेत्रों के कई गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रकाशम बैराज से 6.82 लाख क्यूसेक पानी समुद्र में बहाया जा रहा है। बैराज के पुलिचिंतला परियोजना से नीचे की ओर 4.45 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। प्रकाशम बैराज में जल स्तर 57.05 फीट है।
अधिकारियों ने कहा कि कृष्णा नदी में पानी की आमद आज रात तक घटने की संभावना है। मुन्नारू, पलेरू, वेलागलेरु और बुडामेरु धाराओं के परिणामस्वरूप कृष्णा नदी में पानी का भारी बहाव आता है।
राणादेवनगर, रामलिंगेश्वर नगर क्षेत्र सहित कृष्णा लंका में कई आवासीय बस्तियों और यनामालकुडुरु क्षेत्र में कुछ बस्तियों में एक से दो फीट गहरे पानी में हैं।
बाढ़ पीड़ितों को इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्थापित राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
गुंटूर और कृष्णा जिलों में, कई गांव बाढ़ के पानी में डूब गए और गाँवों में सड़क संपर्क बाधित हो गया। कई गांवों में बिजली की आपूर्ति नहीं है। ग्रामीणों को बाढ़ के पानी से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए इंतजार में जागते देखा गया।
अमरावती-विजयवाड़ा के बीच सड़क यातायात बाधित हो गया है क्योंकि बाढ़ के पानी में सड़क बह गई। कृष्णा जिले के अवनीगड्डा, मोपीदेवी और नागयालंका मंडल में स्थित कई गांव बाढ़ के पानी में डूब गए।
प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक कृष्णा एवं गुंटूर जिलों में करीब 25000 हेेक्टेयर में फसल को नुकसान हुआ है।
इसबीच राज्य की गृह मंत्री एम सुचारिता ने कई बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया तथा लोगों से मुलाकात की। बाढ़ प्रभावित किसानों ने उन्हें अपनी नष्ट हुई फसलों की जानकारी दी और सरकार से मदद दिलाने की गुहार लगायी।
वार्ता