जालौन :: जनपद जालौन कोंच कोतवाली क्षेंत्र के डाढ़ी गांव में दुल्हन देवरानी के आने से पहले जिस घर में खुशियों का माहौल था और शादी की शहनाइयां बज रही थी। वहां चीख पुकार की आवाजें सुनाई पड़ रही हैं। दूल्हे की भाभी ने दो बेटियों के साथ कमरे में बंद हो डीजल डाल खुद व बेटियों को फूंक लिया। दूल्हे का पूरा परिवार सदमे में हैं। वहीं मृतका की बहन ने अपनी बहन और दो मासूम बेटियों को जिंदा जला देने का आरोप लगाया।
सोमवार की अलसुबह जब एक घर में मंडप की तैयारियां चल रही थी और दरोगा देवर जीतेन्द्र की बारात को लेकर हर कोई घर से बाहर तक नाते-रिश्तेदार दोस्त तैयारी में जुटे थे। तभी शादी वाले घर से एक कमरे में उठे धुंये के गुबार ने सबको चौकां दिया दरोगा की शादी से पहले भाभी आरती ,भतिजिया पीहू व तीन साल की दृष्टि एक कमरे में धूं-धूं कर जल रही थी। महिला ने दरोगा देवर की शादी से एक दिन पहले दो बेटियों के साथ सुसाइड कर लेगी इसका किसी को अंदाजा नहीं था। मृतका का किसी बात को लेकर पति से झगड़ा हुआ। इसके बाद बेटियों और खुद को कमरे में बंद कर लिया और डीजल उड़ेलकर आग लगा ली। चीखने की आवाज सुनकर घरवाले दौड़कर पहुंचे। आनन-फानन में दरवाजा तोड़ा। इसके बाद कंबल डालकर किसी तरह आग बुझाई, लेकिन तब तक 27 साल की आरती और उसकी 7 साल की बेटी पीहू की मौत हो चुकी थी।
2 साल की बेटी दृष्टि ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। महिला के देवर जितेंद्र की मंगलवार को बरेली में बारात जानी है।
महिला की 8 साल पहले हुई थी शादी
उरई के मोहना की रहने वाली आरती की 2017 में शादी हुई थी। पति देवेंद्र पानी पूरी (गोलगप्पा) की सप्लाई का काम करता है। आरती के दो देवर पवन और जितेंद्र हैं। दोनों पुलिस में दरोगा हैं। पवन गाजियाबाद और जितेंद्र आगरा में तैनात हैं। परिवार वालों के मुताबिक, रविवार को हल्दी की रस्म थी।
आरती ने खुशी-खुशी रस्म अदा करवाई।
पुलिस के मुताबिक, रात 11 बजे आरती का उसके पति देवेंद्र से झगड़ा हो गया। इसके बाद सभी अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। आरती आज सुबह 5:30 बजे जनरेटर के लिए आए डीजल को उठाकर कमरे में ले गई, फिर अंदर से कुंडी लगा दी। इसके बाद अपने ऊपर और बेटियों पर उड़ेल लिया। थोड़ी देर बाद महिला और बच्चियों की चीखने की आवाज आई। घरवालों ने देखा तो कमरे से तेज धुआं उठ रहा था। इसके बाद परिजन और पड़ोसी दौड़े। इस घटना में जब आरती ने अपनी दो बेटियों के साथ कमरा बंद कर आग लगाई तो कुछ लोगों ने दीवार को फोड़ अंदर प्रवेश किया लेकिन तब तक महिला और उसकी बड़ी बेटी पीहू की मौत हो चुकी थी। छोटी दृष्टि को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच ले गए। हालत गंभीर होने पर उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
डाक्टरों के मुताबिक छोटी बच्ची 70-80 फीसदी तक जल चुकी थी, इसलिए उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर सीओ परमेश्वर प्रसाद मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने कमरे की जांच की। टीम को जली हुई वस्तुएं, डीज़ल की गंध और प्लास्टिक कैन के अवशेष मिले हैं।
आरती की बहन ने बताया- मैं शादी में दीदी के घर जाना चाह रही थी, लेकिन दीदी ने मना कर दिया था। कहा था कि मत आओ, तुम्हारे जीजा सभी लोगों की बेइज्जती करने की बात कह रहे, फिर तुम हमसे कहोगी कि जीजा ने ऐसा कह दिया। इससे बेहतर है कि शादी में मत आओ। इसके बाद हमने अपने भाई को भेजा था। बाद में दीदी का नंबर बंद हो गया। पता चला कि इतनी बड़ी घटना हो गई।
रिपोर्ट : दीपू द्विवेदी