राष्ट्रीय राजधानी के चार अस्पतालों को मंगलवार की सुबह ईमेल के जरिए, बम से उड़ाने की धमकी दी गई। दिल्ली फायर सेवा के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जीटीबी अस्पताल, दादा देव अस्पताल, हेडगेवार अस्पताल और दीप चंद्र बंधु अस्पताल से बम की धमकी वाले ईमेल मिलने के बारे में फोन पर जानकारी मिली। रविवार को दिल्ली के 20 अस्पतालों, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयर पोर्ट (IGI) और उत्तर रेलवे के रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) के कार्यालय को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी।
इससे कुछ दिन पहले दिल्ली-NCR के करीब 100 स्कूलों को इसी तरह के धमकी भरे ईमेल भी मिले। 12 मई को शहर के आठ अस्पतालों और IGI एयरपोर्ट को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जो बाद में अफवाह निकली।
पहले यहां मिली बम की धमकी
दिल्ली फायर सर्विसेज (DFS) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3, बुराड़ी अस्पताल, संजय गांधी अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, बारा हिंदू राव अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय और डाबरी के दादा देव अस्पताल में बम की धमकी दी गई थी।
इस धमकी के बाद शहर के सभी अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ा दी गई और हवाईअड्डे पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी। हालांकि, किसी भी जगह से कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ।
1 मई को, दिल्ली-NCR के लगभग 130 स्कूलों को बम की धमकी मिली, जिससे छात्रों की छुट्टी कर, उन्हें घर भेजा गया। गृह मंत्रालय ने लोगों से नहीं घबराने को कहा और कहा कि ये धमकियां फर्जी कॉल थीं।
आतंक पैदा करना था मकसद
इस बीच, शीर्ष खुफिया सूत्रों ने संकेत दिया था कि ‘फेक कॉल’ का मकसद आतंक पैदा करना हो सकता है।
इंटेलिजेंस के सूत्रों के हवाले से News18 ने बताया, “बम की आशंका इन दिनों एक नियमित विशेषता है और एजेंसियां एक अवधि से विवरण जानने की कोशिश कर रही हैं। यह अब नियमित आवृत्ति पर हो रहा है। पहले बेंगलुरु और दिल्ली के कुछ स्कूलों से भी इसी तरह की धमकियां मिली थीं।”