आॅधी और बरसात का मौसम आते ही सरकारी विभागों की लापरवाही की कलई भी खुलने लगती है। नगर निगम से लेकर बिजली विभाग तक सभी लोग काम के नाम पर खानापूरी करते रहते है, जबकि भुग्तभोगी बनी आम जनता के पास सिवाय उन्हे कोसने के और कोई विकल्प नहीं रहता।
मामला किदवई नगर के एच ब्लॉक चौराहे का है, जहाँ बारिश के दौरान यूपीलिप्टस का पेड, हाईटेंशन लाइन क तार को तोड़ते हुए सड़क पर जा रहे एक आॅटो पर जा गिरा। इससे आॅटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि किसी के घायल होने की कोई जानकारी सामने नहीं आयी है। घटना के बाद से एच ब्लॉक चौराहे से लेकर किदवई नगर चौराहे तक भीषण जाम की स्थिति बनी हुई है।
पेड़ों की छटाई के लिए होता है शटडाउन
सामान्य दिनों में केस्को द्वारा विद्युत लाइनों के आस पास के पेड़ों की कटाई — छँटाई के लिए नियमित शटडाउन लेती रहती है। घटनास्थल से 10 कदम की दूरी पर ही सबस्टेशन बना हुआ है। ऐसे में सवाल उठता है कि बरसात के मौसम को देखते हुए भी विभाग द्वारा पेड़ क्यो नहीं कटवाया गया।
जलभराव से सकरी हो गई रोड
हर साल बारिश के मौसम से पहले नगर निगम द्वारा नाला सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किये जाते है। जबकि काम के नाम पर कुछ नहीं होता है। लापरवाही का आलम यह है कि मुख्य मार्गों के भी नाले चोक पड़े है, जिस कारण किदवई नगर मार्ग में आधे सड़क पर पानी भर जाने के बाद चलने के लिए संकरी सी सड़क बचती है। जिसमें आये दिन भीषण जाम लगा रहता है।
तमाशबीन बनी जनता, जिम्मेदार हुए गायब
घटना के बाद से जाम में फंस हुए राहगीर रोड साफ होने के इंजतार में व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है, वहीं 10 कदम की दूरी पर बने हुए सबस्टेशन से जिम्मेदार गायब हो गये है। खबर लिखे जाने तक केस्को से कोई भी बयान प्राप्त नहीं हो पाया है।