कानपुर| परिषदीय स्कूलों में किशोर और किशोरियों में एनीमिया की रोकथाम को मजबूत करने के लिए कानपुर नगर जिले में एक नई पहल शुरू की गई है। अब हर शनिवार को परिषदीय स्कूलों में शक्तिवार मनाया जाएगा। इस दिन बच्चों को मनोरंजक गतिविधियों के बीच आयरन फोलिक एसिड की गोली दी जाएगी। उद्देश्य यह है कि बच्चे हर सप्ताह आयरन फोलिक का सेवन नियमित रूप से करें और एनीमिया के प्रति अधिक जागरूक बनें।
चौबेपुर और शिवराजपुर ब्लॉकों के चयनित विद्यालयों में प्रोजेक्ट अम्मा के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य और समुदाय के सहयोग से यह कार्यक्रम प्रारंभ हुआ है। डबल्यूआइएफएस कार्यक्रम पहले से संचालित है, लेकिन जानकारी के अभाव में कई बच्चे आयरन फोलिक की गोली नहीं लेते थे। इसी समस्या को दूर करने के लिए शक्तिवार की अवधारणा बनाई गई है, ताकि बच्चे मिड डे मील के बाद मीठी नीली गोली को उत्साह से खाएँ और इसे अपने स्वास्थ्य से जोड़ें।
इसी क्रम में आज उच्च प्राथमिक विद्यालय पेम, चौबेपुर में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने शक्तिवार का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह और विटामिन एंजेल्स के कंट्री डायरेक्टर डॉ आशुतोष मिश्र भी मौजूद रहे। शुभारंभ के दौरान सीडीओ दीक्षा जैन ने कहा कि बच्चों में एनीमिया कम करना तभी संभव है जब आयरन फोलिक की गोली उनके दैनिक जीवन का स्वाभाविक हिस्सा बने। शक्तिवार बच्चों को स्वास्थ्य की आदतें सिखाने का सरल और प्रभावी माध्यम बनेगा।
प्रोजेक्ट अम्मा टीम ने बताया कि शक्तिवार सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन पर आधारित है। शनिवार को मिड डे मील के बाद अध्यापक बच्चों को मीठी नीली गोली देंगे। बच्चे शक्ति मंत्र बोलेंगे और खेल कूद की कक्षा में गोली गोल पोस्ट जैसे खेल खेलेंगे। इसके साथ ही पोषक भोजन, आयरनयुक्त आहार और अच्छी आदतों से जुड़े कार्ड गेम भी बच्चों को उपलब्ध कराए जाएंगे। लक्ष्य यह है कि बच्चे खेल खेल में ही स्वास्थ्य की समझ विकसित करें और एनीमिया से दूर रहें। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य आशा अवस्थी ने किया। विद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी और प्रोजेक्ट अम्मा की टीम उपस्थित रही।