राजधानी समेत समूचा उत्तर पश्चिम भारत इन दिनों भीषण उष्ण लहर की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान समेत दिल्ली के कई इलाकों में मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। हालांकि मौसम विभाग ने दो दिनों के बाद यानि 30 मई से तापमान में थोड़ी गिरावट की संभावना जताई है।
भारत मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने बताया कि अरब सागर से उठने वाली हवा के कारण उत्तर भारत के तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है। 31 मई को राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी, बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश भी होने की संभावना है। इससे राजधानी समेत पश्चिमी भारत के राज्यों के तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट हो सकती है।
उन्होंने बताया कि अगले दो दिनों तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी। उसके बाद 31 मई और 1 जून से तापमान में गिरावट होने की उम्मीद है। केरल में मानसून की दस्तक के बाद गर्मी में कमी आ सकती है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को दिल्ली के मुंगेशपुर में पिछले 15 साल में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, नजफगढ़ में 48.6 डिग्री, नरेला में 48.4 डिग्री और पीतमपुरा में 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।