सिरोही । जिला कलक्टर भगवती प्रसाद के निर्देशानुसार सामान्य चिकित्सालय का औचक निरीक्षण करने के लिए दो टीमों का गठन किया गया। जिसमें प्रथम टीम अति0 जिला कलक्टर गितेश मालवीय के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी हंसमुख कुमार, अति0 मुख्य कार्यकारी अधिकारी कालूराम खौड द्धारा सामान्य चिकित्सालय में कोविड-19 , पोस्ट कोविड-19, हेल्थ डेस्क, लेब्रोटरी, एक्सरे एवं अन्य का निरीक्षण किया तथा दूसरी टीम में तहसीलदार निरजा कुमार, विकास अधिकारी रानू इंकिया व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक सुनील गर्ग संयुक्त दल द्धारा जनना अस्पताल परिसर में प्रातः औचक निरीक्षण किया गया।
जनरल ओपीडी-पर्ची काउण्टर पर मरीजों द्वारा भीड की हुई थी। डेªसिंग रूम में 8-10 लोग उपस्थित थे जिनके द्वारा सोषल डिस्टेंिसंग की पालना नहीं की जा रही थी। डाॅ नरेन्द्र सिंह सोलंकी के कक्ष के बाहर मरीजों की भीड थी एवं डाॅ सोलंकी द्वारा एप्रिन पहना हुआ नहीं था। डाॅ वीरेन्द्र महात्मा एवं डाॅ अंकेष कलबी अपने कक्ष में मौजुद नहीं मिले। डाॅ दिनेष राठोड द्वारा एप्रिन नहीं पहना हुआ था।
जनाना अस्पताल-डाॅ गौरव भटटाचार्य द्वारा एप्रिन नही पहना हुआ था। जनाना वार्ड में सीढीयों पर कचरा पडा मिला। वार्ड के बाहर आगंतुक सोषल डिस्टेसिंग की पालना नहीं कर झुंड में बैठे पाये गये जिन्हे वहाॅ से बाहर जाने के लिये निर्देष दिये गये।
षिषु व आर्थाेपेडिक वार्ड-आर्थाेपेडिक वार्ड के शौचालय बहुत गंदे मिले। डाॅ संजीन द्वारा एप्रिन नहीं पहना हुआ था। नेत्र चिकित्सालय- डाॅ राहुल द्वारा एप्रिन नहीं पहना हुआ था। डाॅ हनुमंत सिंह अपने कक्ष में उपस्थित नहीं मिले।
इसी प्रकार जिला अस्पताल के कोविड-19 डेडिकेटड हाॅस्पीटल में हेल्प डेस्क संचालित पाया गया एवं कार्मिक डयूटी पर उपस्थित पाये गये। हेल्प डेस्क पर डाॅ ताराचंद द्वारा ऐप्रिन नहीं पहना हुआ था। हेल्प डेस्क के बाहर कोविड मरीजो के लिये बेड की उपलब्धता का चार्ट प्रदर्षित किया हुआ पाया गया गया। डाॅ गार्गी हाॅम्योपेथिक चिकित्सक अपने कक्ष मे नहीं पायी गयी। कोविड हाॅस्पीटल के पीछे की तरफ बायोेवेस्ट का डिस्पोजन उचित प्रकार से नहीं किया जाना पाया गया। इस बाबत अतिरिक्त जिला कलक्टर महोदय द्वारा पीएमओं सिरोही को संबंधित कार्मिक के विरूद्व 17 सीसीए में कार्यवाही करने के निर्देष दिये। पीएमओं को कोविड वार्ड के 100 ऑक्सीजन बेडस के भौतिक सत्यापन एवं प्रमाणीकरण कर रिपोर्ट पेष करने बाबत निर्देषित किया गया। यह भी सुनिष्चित किया जावे कि समस्त बेडस तक ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है अथवा नहीं। वार्ड में मरीजों के परिजनों को बिना पीपीई किट पहने रोगी से सम्पर्क व मिलने की इजाजत नहीं दिये जाने के लिये निर्देष दिये। इस बाबत कोविड-19 मानक प्रोटोकाॅल का पालन किया जावे। निरीक्षण के दौरान एमचीएच वार्ड, आर्थाेपेडिक वार्ड, पीडियाट्रिक वार्ड, जनरल मेल एवं फीमेल मेडिकल वार्ड आदि का भ्रमण कर साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाओं की जाॅच की। वार्ड के अन्दर मरीजों एवं परिजनों द्वारा मास्क का उपयोग किया जाना पाया गया लेकिन बाहर परिसर में बिना मास्क के लोग घूमते पाये गये जिस बाबत सिक्यूरिटी स्टाॅफ को पाबंद किया जाये ताकि शत प्रतिषत लोग मास्क का उपयोग करे। परिसर में एबुलेंस पर किराया सूची प्रदर्षित नहीं की हुई थी। पूरे अस्पताल परिसर में जगह जगह टूटी कूर्सिया कूलर इत्यादि कचरे के रूप में अव्यवस्थित रखे पाये गये जिनका निस्तारण करने बाबत निर्देषित किया गया। अस्पताल में मरीजों की विभिन्न जाॅचे नियमानुसार की जानी पाई गई एवं दवा वितरण केन्द्र पर उपलब्ध कार्मिकों द्वारा दवाईयों का वितरण किया जा रहा था।
रिपोर्ट : हेमन्त अग्रवाल