नयी दिल्ली: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि गोवा में आने वाले सैलानियों के लिए कोविड-19 के परीक्षण एवं निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है और राज्य में घरेलू पर्यटन शत प्रतिशत बहाल हो गया है।
CM सावंत ने बताया कि गोवा में कोरोना निगेटिव रिपोर्ट आवश्यक नहीं है। पर्यटकों के आने पर केवल थर्मल जांच की जा रही है।” उन्होंने कहा कि राज्य में घरेलू पर्यटन अब तकरीबन कोविड पूर्व की स्थिति के बराबर आ गया है। गोवा के ज्यादातर होटलों में कमरे भरे हुए हैं।
हालांकि राज्य सरकार सुनिश्चित कर रही है कि होटलों एवं पर्यटक स्थलों पर काेविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाये। गोवा सरकार केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कर रही है। CM ने बताया कि कोविड के कारण बुरी तरह से प्रभावित पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को सहायता के उद्देश्य से वाणिज्यिक एवं पर्यटन वाहनों पर लगने वाले कर में 50 प्रतिशत की छूट दी गयी है।
Covid की वजह से पर्यटन हुआ है बड़ा नुकसान
हाल में बड़ी संख्या में सैलानियों के आने से पर्यटन में हुए नुकसान की काफी हद तक भरपायी हो रही है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर रोक की वजह से उच्च वर्ग के पर्यटन पर असर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि उन्होंने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों विशेष कर चार्टर विमानों से आने वाले पर्यटकों को कोविड प्रोटोकॉल के साथ आने की अनुमति देने के बारे में बात की है।
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उन्होंने कहा कि गोवा सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को स्वीकार करते हुए स्वयंपूर्णा गोवा अभियान शुरू किया जिसमें कृषि, उद्यानिकी और डेयरी क्षेत्र में गोवा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए फलों, सब्जियों, खाद्यान्नों, दूध, मछली, आदि के उत्पादन को बढ़ाने को काम किया जा रहा है। इसके अलावा श्रमिक वर्ग के कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने गोवा में फरवरी 2022 तक दस हजार पदों पर भर्ती करने का लक्ष्य तय किया गया है।