बहराइच :- जिस तरह देश की सीमा पर मुस्तैद रहकर हमारे देश के जवान हमारी सुरक्षा करते हैं। ठीक उसी तरह देश के भीतर हमें सुरक्षा का एहसास कराने और अपराधियों से सुरक्षित रखने के लिये खाकीधारी पुकिसकर्मियों की तैनात की गयी है।
लेकिन सोंचिये की जब सुरक्षा में तैनात रक्षक ही भक्षक हो जायें तो आपकी सुरक्षा कैसे हो सकेगी और आपकी सुरक्षा की गारण्टी कौन लेगा। सूबे की कमान सम्भालते ही सीएम योगी ने अपराध मुक्त प्रदेश बनाने के वादे किया।
और पुलिस को इस पर अमलीजामा पहनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये। लेकिन जिले में इन दिनों आमजनता पर अपराधियों का कहर तो जारी ही है लेकिन ख़ाकीधारियों का सितम भी कुछ कम कहर नहीं बरपा रहा है।
हाल ही में थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के वर्दीधारी का 5 हज़ार की रिश्वत लेकर बेगुनाह को फर्ज़ी मुकदमे में फंसाने का वीडियो वायरल होते ही पुलिस कप्तान ने उन्हें तत्काल निलम्बित कर अपने दायित्वों की इतिश्री कर ली लेकिन एक और इसी तरह की।
घटना ने जिले के पुलिस कप्तान विपिन कुमार मिश्रा के बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था के दावों की पोल खोल दी है। मामला शहर के गल्लामंडी चौकी के दो सिपाहियों का है जिनपर एक वाहन चालक व उसके गाड़ियों का पंचर बनाने वाले पिता से वर्दी की धौंस दिखा कर मोटी रकम वसूलने का गम्भीर आरोप लगा है।
यही नहीं पुलिसिया रौब गालिब कर पिता पुत्र की पिटाई भी की है। हालांकि इस पूरे मामले से चौकी इंचार्ज व थानाध्यक्ष अनजान हैं। वहीं पीड़ित की माँ ने रो-रो कर अपनी जो आप बीती सुनाई है उसे सुनने के बाद हर किसी आह निकल जायेगी। ज्ञात हो कि बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था व जिले में बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखे।
रिपोर्ट गौरव शुक्ला