बहराइच :- कलेक्ट्रेट सभागार बहराइच में बाढ़ हेतु गयी तैयारियों की समीक्षा करते हुए आयुक्त देवीपाटन मण्डल गोण्डा एस.वी.एस. रंगाराव ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि न्यून से न्यूनतम जानी व माली नुकसान को केन्द्र बिन्दु में रखते हुए प्रभावी एवं कारगर कार्ययोजना तैयार रखी जाय।
ताकि किसी भी आपातिक स्थिति में उसे क्रियान्वित कर पीड़ित लोगों को त्वरित राहत प्रदान की जा सके। आयुक्त ने कहा कि संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रभावित होने वाले मनुष्यों एवं मवेशियों के लिए खाने-पीने, चारे तथा चिकित्सा इत्यादि के भी माकूल बन्दोबस्त रखे जायें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने बताया कि संभावित बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए 51 बाढ़ चैकियों, 49 राहत केन्द्रों, 40 बाढ़ शरणालयों एवं 34 लंगर स्थलों का चयन कर कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गयी है। आवश्यकता पड़ने पर सभी केन्द्रों को तत्काल क्रियाशील कर दिया जायेगा। श्री कुमार ने यह भी बताया कि जनपद में उपलब्ध गोताखोरों, मोटर बोट एवं नावों को चिन्हित कर लिया गया है।
वर्तमान में 02 मोटर बोट, 157 ग्राम पंचायतों की नावें तथा 402 निजी नावें उपलब्ध हैं तथा 143 गोताखोर उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि वे स्वयं, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी एवं सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों द्वारा निरन्तर बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण किया जा रहा है।
श्री कुमार ने बताया कि पशुओं के चारे की व्यवस्था के लिए भूसे का टेण्डर करा लिया गया है। बाढ़ में फैलने वाली बीमारियों से निपटने के लिए जिला स्तरीय आपदा नियन्त्रण कक्ष की सथापना जिला पशु चिकित्सालय में की गयी है तथा आपातकालीन टीम का गठन कर लिया गया है।
बाढ़ क्षेत्रों में अभियान चलाकर पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है, ताकि बाढ़ के समय पशुओं में बीमारियाॅ न फैलने पायें। जिलाधिकारी ने बताया कि सी.एम.ओ. कार्यालय में जिला, संक्रामक रोग नियन्त्रण कक्ष स्थापित है जहाॅ पर राउण्ड द क्लाक 24 घण्टे चिकित्सीय दल तैनात है।
जिला मुख्यालय पर जिला औषधि भण्डार केन्द्र पर अतिरिक्त औषधियों को भण्डारण करा लिया गया हंै। सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर संक्रामक रोग नियन्त्रण कक्ष स्थापित कर दिया गया है जहां चिकित्सक एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ तैनात हैं।
संक्रामक रोग नियन्त्रण हेतु सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर सचल चिकित्सीय दल का गठन कर दिया गया है। जनपद के सभी सामु.स्वा. केन्द्रों पर औषधियों का उनकी आवश्यकतानुसार भण्डारण प्रकिया आरम्भ कर दी गयी है। आवश्यकतानुसार औषधियों को मुख्यालय से प्राप्त करने तथा निरन्तरता बनाने के निर्देश सभी सम्बन्धित प्रभारियों को निर्गत कर दिये गये हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद-बहराइच में बाढ़ की सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु राउण्ड-द्-क्लाक बाढ़ कन्ट्रोल रूम संचालित है, जिसका दूरभाष नं. 05252-230132 व टोल फ्री नं. 1077 है। इसके अलावा जनपद में एन.डी.आर.एफ. की एक टीम तथा बाढ़ पी.ए.सी. की एक प्लाटून माह-जुलाई के प्रथम सप्ताह में तैनात हो गयी है।
एन.डी.आर.एफ. टीम तहसील-महसी अन्तर्गत राजकीय कन्या इण्टर कालेज, रमपुरवा तथा पी.ए.सी. की प्लाटून बलभद्र सिंह इण्टर कालेज, ऐरिया में कैम्प कर कटान प्रभावित क्षेत्रों का नियमित भ्रमण भी कर रही हैं।
आयुक्त ने जनपद के अधिकारियों को निर्देश दिया कि संभावित बाढ़ के दृष्टिगत प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जाय विशेषकर संवेदनशील स्थानों एवं तटबन्धों की निगरानी पूरी संवेदनशीलता के साथ की जाय। आपातिक स्थिति में संचालित होने वाले बचाव एवं राहत कार्यो में कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत सुरक्षात्मक प्रोटोकाल का भी अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डाॅ. विपिन कुमार मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय, ज्वाईन्ट मजिस्ट्रेट प्रशिक्षु आईएएस सूरज पटेल, नगर मजिस्ट्रेट जय प्रकाश, उप जिलाधिकारी सदर जी.पी. त्रिपाठी, नानपारा के राम आसरे वर्मा, कैसरगंज के महेश कुमार कैथल, महसी के एस.एन. त्रिपाठी, पयागपुर के कीर्ति प्रकाश भारती, मिहींपुरवा (मोतीपुर) के बाबू राम, परियोजना निदेशक डीआरडीए अनिल कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. बलवन्त सिंह, अधि.अभि. बाढ़ खंण्ड शोभित कुशवाहा, जिला पूर्ति अधिकारी अनन्त प्रताप सिंह सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।