राजगढ़(मध्य प्रदेश):- कोरोना संक्रमण का यह दौर अपने साथ संक्रमण के खतरे के अलावा भी कई तरह की समस्याओं को लेकर आया है, एक ओर तो इस संकट की घडी में लोग कोविड’19 से होने वाली इस जानलेवा बीमारी के चलते भयभीत हैं तो वहीं दूसरी ओर इस महामारी से बचने के लिये प्रशासन द्वारा जारी लॉकडाउन के कारण अपने घरों में रहने को मजबूर हैं l कुछ लोग तो इन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं जहां उनके परिजन जिले और प्रदेश से बाहर अपनी नोकरी के कारण राजगढ़ आ नही पा रहे हैं और वरिष्ठ नागरिक जो इंटरनेट के उपयोग में दक्ष नहीं हैं उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है तथा वे अपनी व्यथा जाहिर भी नहीं कर पा रहे हैं एैसा ही एक वाक्या जिला राजगढ में देखने को मिला जहां नियंत्रण कक्ष प्रभारी को आए एक फोन पर वे उनकी व्यथा सुनकर स्तब्ध रह गये, और मूक अवस्था में बस केवल उनकी समस्या को सुन रहे थे कॉल करने वाले व्यक्ति के मुखमण्डल से कहा गया एक एक शब्द उनके हृहय में उतरता चला गया।
नियंत्रण कक्ष में फोन लगाने वाले व्यक्ति ने बताया इससे पहले की उनकी समस्या के बारे में कोई अग्रिम प्रश्न किया जाता उनकी कंपकंपाती आवाज ने उनकी व्यथा को लगभग स्पष्ट कर दिया था, वे एक 63 साल के वयोवृद्ध थी, दरअसल उनकी दिनचर्या की दवाई जिस पर वे पूर्णत: आश्रित थी वह भी समाप्त होने वाली थी जिस पर उनकी मदद हेतु पुलिस ने अपने शासकीय दायित्वों के साथ साथ ही उनकी सहायता को प्रथमिकता देकर उन्हें दवाई उपलब्ध कराई l
रिपोर्ट :- राजू मालवीय