कानपुर, 05 दिसंबर 2025:
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग जन दिवस (International Day of Persons with Disabilities – IDPD) 2025 के अवसर पर आईआईटी कानपुर के सेल फॉर डिफरेंटली एबल्ड पर्सन्स (CDAP) ने दो दिवसीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया। 3 दिसंबर को मनाए जाने वाले इस दिवस का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों, अवसरों और सामाजिक समावेशन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। CDAP द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम उसी उद्देश्य को बच्चों तक पहुंचाने की पहल रहा।
प्रतियोगिता में कैंपस स्कूल, केंद्रीय विद्यालय और अपॉर्च्युनिटी स्कूल के कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य विषय संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित IDPD 2025 थीम पर आधारित था, जिसमें छात्रों ने विविध रंगों के माध्यम से दिव्यांगता और समावेशन पर अपने विचारों को प्रभावी रूप में प्रस्तुत किया।
छात्रों द्वारा बनाए गए चित्रों में सामाजिक संवेदनशीलता, सहानुभूति और जागरूकता झलकती नजर आई। शिक्षकों ने बच्चों की सोच और कला की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में रचनात्मकता के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों की समझ भी विकसित करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान प्रो. अनुभा गोयल (कोऑर्डिनेटर, CDAP), श्रीमती टी. राधा (उप-प्रधानाचार्य, कैंपस स्कूल), श्री रवीश चंद्र पांडेय (प्रधानाचार्य, केंद्रीय विद्यालय), श्रीमती चेतना मिश्रा (प्रधानाचार्य, अपॉर्च्युनिटी स्कूल) तथा CDAP टीम मौजूद रही।
प्रो. गोयल ने बच्चों को संबोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग जन दिवस का महत्व समझाया और कहा कि सभी को एक समावेशी समाज के निर्माण में योगदान देना चाहिए। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे आगे भी ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेकर जागरूकता फैलाते रहें।
कार्यक्रम के समापन पर छात्रों की पेंटिंग्स की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे शिक्षकों, अभिभावकों और आयोजन टीम ने सराहा।
यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों के लिए सीखने का अवसर बना बल्कि दिव्यांगता के प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।