कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत लगभग 5 किमी लंबे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन पर ट्रैक निर्माण का कार्य तेजी से अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसी क्रम में आज नौबस्ता मेट्रो स्टेशन के निकट कॉरिडोर के अंतिम दो क्रॉसओवर्स की ढलाई (कास्टिंग) का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। नौबस्ता स्टेशन के दोनों छोरों पर मेनलाइन पर ये क्रॉसओवर्स कास्ट किए गए हैं।
इसके साथ ही कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत कुल 9 क्रॉसओवर्स का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। हाल ही में बारादेवी स्टेशन के निकट भी दो क्रॉसओवर्स की ढलाई पूरी की गई थी। ज्ञात हो कि क्रॉसओवर वह संरचना होती है, जिसके माध्यम से ट्रेन अपने ट्रैक या दिशा को बदलती है।
आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाओं के विस्तार के बाद अब यूपी मेट्रो की टीम कॉरिडोर-1 को इसके अंतिम स्टेशन नौबस्ता तक पहुंचाने के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रही है। वर्तमान में आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक कुल 5 क्रॉसओवर्स प्रयोग में लाए जा रहे हैं – जो आईआईटी, गीता नगर और मोतीझील स्टेशनों पर स्थित हैं। इनके अतिरिक्त, आने वाले समय में सेंट्रल स्टेशन से आगे ट्रेन परिचालन के लिए बारादेवी और नौबस्ता स्टेशनों पर 2-2 नए क्रॉसओवर्स (कुल 4 क्रॉसओवर्स) बनाए गए हैं। नौबस्ता में निर्मित दो क्रॉसओवर्स में से एक सीजर क्रॉसओवर है – ऐसा ही 1-1 सीजर क्रॉसओवर आईआईटी और गीता नगर स्टेशनों पर भी प्रयोग में लाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने कहा कि, “बारादेवी – नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन में ट्रैक निर्माण और सिस्टम इंस्टॉलेशन का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। नौबस्ता स्टेशन के पास आज कॉरिडोर-1 के अंतिम क्रॉसओवर की ढलाई का कार्य पूर्ण होना एक बड़ी उपलब्धि है। वर्तमान में यहां ट्रैक निर्माण के साथ-साथ सिग्नलिंग, टेलिकॉम और इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स के इंस्टॉलेशन का कार्य भी चल रहा है। मुझे प्रसन्नता है कि हमारी टीम और सभी कार्यदायी संस्थाएं सुनियोजित ढंग से अपने लक्ष्य की दिशा में पूरी निष्ठा से जुटी हुई हैं।”
गौरतलब है कि लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत वर्तमान में लगभग 16 किमी लंबे रूट पर (आईआईटी-कानपुर सेंट्रल) तक यात्री सेवाएं संचालित हो रही हैं। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन (कानपुर सेंट्रल-नौबस्ता) के साथ-साथ लगभग 8.6 किमी लंबे कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा-8) का सिविल निर्माण कार्य भी तेज़ी से प्रगति पर है।