कानपुर मेट्रोः बारादेवी से नौबस्ता तक सिग्नलिंग प्रणाली की टेस्टिंग प्रक्रिया प्रारंभ

कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत 5 किमी लंबे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन में सिविल निर्माण कार्यों के साथ-साथ सिस्टम इंस्टॉलेशन का कार्य भी तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। कुल 5 स्टेशनों (बारादेवी, किदवई नगर, वसंत विहार, बौद्ध नगर और नौबस्ता) वाले इस सेक्शन में सिग्नल इंस्टॉलेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है। आज से सिग्नलिंग प्रणाली के ‘पार्शियल एक्सेप्टेंस टेस्ट’ की शुरूआत की गई। इस अवसर पर सिग्नलिंग एंड टेलीकॉम विभाग के सहायक महाप्रबंधक श्री दीपक पांडे एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

5 किमी सेक्शन पर लगाए गए 24 सिग्नल

बारादेवी से नौबस्ता तक कुल 24 सिग्नल लगाए गए हैं, जिनमें बारादेवी स्टेशन पर 8, नौबस्ता स्टेशन पर 10 तथा बीच के तीन स्टेशनों (किदवई नगर, वसंत विहार और बौद्ध नगर) पर प्रत्येक पर 2-2 सिग्नल लगाए गए हैं।

‘पार्शियल एक्सेप्टेंस टेस्ट’ की शुरूआत

सभी 5 स्टेशनों पर सिग्नल के लिए पहले इनडोर केबलिंग की गई। साथ ही ट्रेन रेडियो एक्सेस एंटीना भी स्थापित किए गए। सिग्नल इंस्टॉलेशन पूर्ण होते ही उनकी टेस्टिंग प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। इस क्रम में पहले पिको टेस्ट के माध्यम से वायरिंग कनेक्शन की जांच की गई। इसके बाद आज ‘पार्शियल एक्सेप्टेंस टेस्ट’ प्रारंभ किया गया, जिसमें सिग्नलिंग सिस्टम से जुड़े विभिन्न उपकरणों जैसे सिग्नल, एंटीना आदि को अलग-अलग चलाकर परीक्षण किया जाता है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ‘सिस्टम एक्सेप्टेंस टेस्ट’ किया जाएगा, जिसके अंतर्गत ट्रेन को इसी सिग्नलिंग सिस्टम के आधार पर संचालित कर परीक्षण किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने इस अवसर पर कहा कि, “कानपुर मेट्रो के इंजीनियरों की टीम बारादेवी-नौबस्ता सेक्शन में सिविल निर्माण और सिस्टम इंस्टॉलेशन के कार्यों को पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ा रही है। इस सेक्शन में ट्रैक निर्माण और सिग्नल इंस्टॉलेशन के कार्य पूरे हो चुके हैं। आज सिग्नलिंग सिस्टम के ‘पार्शियल एक्सेप्टेंस टेस्ट’ की शुरूआत की गई है। मुझे प्रसन्नता है कि हमारी पूरी टीम एवं कार्यदायी संस्थाएं सुनियोजित ढंग से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ कार्यरत हैं।”

सिग्नलों के रंग और उनके अर्थ

मेट्रो ट्रैक के मेनलाइन पर लगे सिग्नलों में तीन रंगों का उपयोग किया जाता है – लाल, बैंगनी (वॉयलेट) और हरा। लाल रंग ट्रेन को रुकने का संकेत देता है। बैंगनी रंग ट्रेन को निर्धारित गति-सीमा में आगे बढ़ने की अनुमति देता है। यह संकेत तब प्रदर्शित होता है जब ट्रैक पर आगे किसी दूसरी ट्रेन की उपस्थिति या आंशिक अवरोध हो। हरा रंग आगे का रूट पूर्ण रूप से खाली होने का संकेत देता है, जिससे ट्रेन अपनी निर्धारित अधिकतम गति पर आगे बढ़ सकती है।

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