बलरामपुर। शासन के निर्देशानुसार आदि काव्य रामायण के रचयिता आदि कवि महर्षि बाल्मीकि जयंती जनपद बलरामपुर में भव्य रूप से मनाई गई। इस अवसर पर जनपद में श्री राम मंदिर हनुमान मंदिर, बाल्मीकि मंदिर व रामायण से संबंधित अन्य मंदिरों में दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण के साथ ही रामायण का पाठ हुआ।
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने कहां की महर्षि वाल्मीकि विश्व के आदि कवि हैं जिनके द्वारा रचित रामायण विश्व के आदि ग्रंथ के रूप में आज भी पूजनीय है जो व्यक्ति, समाज एवं राष्ट्रीय मूल्यों के निर्माण में वैश्विक स्तर पर मार्गदर्शन का आधार है।
जिलाधिकारी ने कहा कि रामायण में निहित सामाजिक व राष्ट्र मूल्यों के व्यापक प्रचार प्रसार व जनमानस को इससे जोड़ने के लिए श्री राम मंदिर,हनुमान मंदिर बाल्मीकि मंदिर व रामायण से जुड़े अन्य मंदिरों में अनवरत 8 घंटे,12 घंटे, 24 घंटे का रामायण पाठ का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। महर्षि वाल्मीकि जयंती कार्यक्रम को भव्यता पूर्ण रूप से संपन्न कराए जाने हेतु जिला विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
इस अवसर पर नगर पालिका बलरामपुर मे श्री हनुमानगढ़ी मंदिर, श्री हनुमान मंदिर झारखंडी ,श्री राम जानकी मंदिर झारखंडी, बाल्मीकि मंदिर तुलसीपुर, विकासखंड हरैया सतघरवा में राम जानकी मंदिर ललिया, श्री हनुमान मंदिर शिवपुरा, विकास खंड रेहरा बाजार में आदिशक्ति मां दुर्गा मंदिर, विकासखंड श्रीदत्तगंज में श्री हनुमान मंदिर सहदेईया, शिवमंदिर गुमड़ी, तुलसीपुर में श्री हनुमान मंदिर बेला, विकासखंड पचपेड़वा में श्री हनुमान मंदिर गोबरी, श्रीराम मंदिर गनवरिया बगुलहा, विकासखंड गैसड़ी में श्रीराम मंदिर जैतापुर, विकासखंड बलरामपुर में श्रीराम मंदिर चकवा, उतरौला क्षेत्र में बाबा फक्कड़ दास मंदिर, गैडासबुजुर्ग में श्री संकट मोचन बालाजी धाम छीतरपारा में रामायण पाठ का आयोजन किया गया।
रामायण पाठ व पूजा कार्यक्रम के दौरान समस्त ईओ नगर पालिका व पंचायत तथा समस्त खंड विकास अधिकारी द्वारा श्री राम मंदिर, हनुमान मंदिर व बाल्मीकि मंदिरों में पहुंचकर माल्यार्पण व पूजा पाठ किया गया। इस कार्यक्रम में बाल्मीकि समाज के तमाम लोगों ने भी प्रतिभाग किया।
रिपोर्ट-अनिल कुमार गुप्ता