कोरबा(छत्तीसगढ़):- आज सुबह 10 बजे एमपी नगर कॉलोनी में उस वक्त सनसनी फैल गई जब घर पर अकेली रह रही एक वृद्धा की हत्या की खबर फैली । दुर्गा पूजा पंडाल के पास कालोनी के आंतरिक मुख्य मार्ग में निवासरत वृद्धा की हत्या किसने और क्यों की, इसकी विवेचना पुलिस कर रही है। प्रथम दृष्टया किसी परिचित के द्वारा वारदात को अंजाम देना माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक एमपी नगर में दुर्गा पंडाल के पास बेवा महिला सुमित्रा महंत निवासरत थी। लगभग 63 वर्षीय सुमित्रा सीएसईबी के पाड़ीमार जोन कार्यालय में भृत्य के तौर पर कार्यरत थी। पति की मौत के बाद उसकी अनुकंपा नियुक्ति हुई थी।
वर्ष 2019 में वह सेवानिवृत्त हुई। उसके दो पुत्र बुधवार दास व शत्रुघ्न दास अपने-अपने परिवार के साथ काशीनगर में रहते हैं । बेटे ने एमपी नगर में नया मकान खरीदा था जहां बेवा सुमित्रा महंत अकेले रहा करती थी। आज सुबह उसकी मौत की सूचना पुलिस को मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के मुख्य दरवाजे के भीतर घुसते ही उसकी रक्त रंजित लाश देखी। वृद्धा के सिर पर पीढ़ा से हमला कर उसकी हत्या की गई जिसमें किसी परिचित का हाथ होना प्रथम दृष्टया माना जा रहा है। चूँकि वृद्धा घर पर अकेली रहती थी और माना जा रहा है कि कोई परिचित ही दरवाजा खुलवाया होगा और किसी बात को लेकर उसकी हत्या कर दी। बताया गया कि अज्ञात आरोपी हत्या करने के बाद सामने के दरवाजे को बंद़ कर घर के पीछे के दरवाजे से बाहर की ओर भाग निकला। आसपास के लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि मृतका सोने के गहने पहनने की शौकीन थी और उसके शरीर पर मौजूद गहने यथावत मिले हैं जिससे कहा जा सकता है कि लूट के इरादे से यह हत्या नहीं हुई है। घर से कोई सामान भी परिजनों के मुताबिक चोरी नहीं हुए हैं, यहां तक कि बाहर बरामदे में खड़ी मारुति वाहन भी सुरक्षित है जो मृतका के बेटे की है और कोरियर के कामकाज के लिए उपयोग करता है। इससे माना जा रहा है कि किसी व्यक्तिगत रंजिश अथवा कारण से वृद्धा की हत्या क्षणिक आवेश में आकर की गई होगी। बहरहाल मामले में पुलिस के द्वारा मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। हत्या के कारणों की तफ्तीश साक्ष्यों के आधार पर की जा रही है। पुलिस विवेचना के बाद ही सारे रहस्य से पर्दा उठेगा।
- रिपोर्ट :- प्रकाश झा