देहरादून। एक ओर जहाँ कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में किसान लामबंद है। वहीं दूसरी ओर विभिन्न राज्यों से क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय पार्टियों के नेता भी केंद्र सरकार को घेरने में लगे है। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने शनिवार को कहा है कि किसानों की आह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को ले डूबेगी।
प्रताप ने आज देशभर में चल रहे किसान आंदोलन पर भाजपा सरकारो द्वारा किए जा रहे दमन और उत्पीड़न की घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जिस मनमाने तरीके से केंद्र सरकार ने किसान विरोेधी तीन कानून पास किए हैं, वह हर दृष्टि से किसानों के मौलिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उत्तराखंड समेत देशभर में किसान विरोधी और जन विरोधी कानूनों का विरोध कर रही है और वह दिन दूर नहीं जब केंद्र सरकार को यह कानून वापस लेने पड़ेंगे।
ALSO READ : सिंघु सीमा पर किसानों का प्रदर्शन जारी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऐलान किया है कि अगर केंद्र ने यह काले कानून वापस नहीं लिया तो कांग्रेस की जब भी हुकूमत में आएगी इन काले कानूनों को वापस ले लिया जाएगा। उन्होंने पिछले दो-तीन दिन के किसान आंदोलन के दौरान कुछ किसानों की मृत्यु और हजारों किसानों पर हुए लाठीचार्ज को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि किसानों की ऊपर पड़ा लाठी का एक-एक प्रहार केंद्र की भाजपा सरकार के कफन में कील लगाने का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस काले कानूनों का विरोध करती रहेगी और जब तक वापस नहीं लिया जाता कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़क से संसद तक इसका विरोध करेंगे।
वार्ता