सिरोही(मध्य प्रदेश):- आपने बहुत सी लूट की घटनाएं सुनी होंगी। लुटेरों के गैंग की कहानी सुनी होगी। लेकिन आज जो मैं आपको बताने जा रहा हूं उसे सुनकर आप के पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।
जिला पुलिस अधीक्षक सिरोही हिम्मत अभिलाष टांक तथा अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक मिलन जोया के निर्देशानुसार किशोर सिंह डीवाईएसपी के निकट सुपर विजन में जिला सिरोही के विभिन्न थानों में पुराने लंबित प्रकरणों में संगठित गैंग बनाकर लोगों के साथ ठगी करने वाली संगठित अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस थाना स्वरूपगंज थानाधिकारी छगन डांगी के नेतृत्व में गठित टीम राजेंद्र सिंह सहायक उप निरीक्षक मय टीम सुमन हेड कांस्टेबल मय बाबू सिंह देवड़ा कॉन्स्टेबल द्वारा थाना क्षेत्र की नितोड़ा ग्राम में करीब 8 माह पूर्व में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी दुल्हन बनकर सहयोगी गैंग सदस्यों द्वारा रिश्तेदार बनकर बड़ी रकम ठग कर दुल्हन को फरार करने वाले मामले मामले में पुलिस ने उक्त वारदात में गैंग में फर्जी दुल्हन बनने वाली औरत को उदयपुर जिले के ऋषभदेव थाना क्षेत्र के मसारो की ओवरी गांव में दबिश देकर दस्तयाब कर गिरफ्तार किया है घटना- दिनांक 16 फरवरी 2020 को प्रार्थी दिनेश कुमार पुत्र भानाराम घांची निवासी नितोड़ा ने रिपोर्ट दी कि दिनांक 10 फरवरी 2020 को अभियुक्त मोनिका पुत्री चमनाराम घांची निवासी घांची का वास ,बांट पुलिस थाना मंडार जिला सिरोही के साथ सारणेश्वर जी मंदिर सिरोही में शादी की थी इस विवाह में अभियुक्त का पिता चमनाराम घांची , तथा दुल्हन के दो तीन अन्य रिश्तेदार भी शामिल हुए थे तथा इन व्यक्तियों ने षड्यंत्र रच कर मेरे से ₹3,80,000 नकद लिए थे ,शादी के बाद उसी दिन प्रार्थी अपनी नवविवाहित पत्नी के साथ शाम को 4:00 बजे घर पहुंचे तथा रात्रि को 11:00 बजे दुल्हन मोनिका पेशाब करने का बहाना बनाकर घर से निकल गई प्रार्थी ने 10 मिनट बाद देखा तो मोनिका घर के दरवाजे पर नहीं मिली वगैरा रिपोर्ट पर संगठित गैंग द्वारा फर्जी विवाह कर रुपए ठग कर दुल्हन के फरार हो जाने का मामला पाया जाने पर थाना पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया पुलिस टीम द्वारा प्रयास- चूंकि मामला संगठित गैंग द्वारा फर्जी दुल्हन बनाकर बड़ी रकम के ठगने का मामला होने से पुलिस द्वारा काफी प्रयास करने के बावजूद तथा अभियुक्तों के नामजद नहीं होने से पुलिस द्वारा प्रयास करने के बावजूद पता नहीं लगने पर एक विशेष टीम का गठन कर मामले के संबंध में अनुसंधान करने पर पता चला कि ग्राम बांट पुलिस थाना मंडार में घांची जाति की कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है जिस पर स्पष्ट हुआ कि प्रकरण में फर्जी दुल्हन द्वारा विवाह नामा तथा पहचान के दौरान दिया गया आधार कार्ड भी संघटित गैंग द्वारा फर्जी बनाया गया है जिस पर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए तकनीकी आधार पर विश्लेषण करते हुए प्रकरण में मुख्य अभियुक्त श्री भंवर लाल उर्फ भावेश पडियार माली निवासी जोधपुरिया ढाणी मालगढ़ डीसा गुजरात को कपड़गंज गुजरात से दस्तयाब कर बापर्दा गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भिजवा दिया तत्पश्चात प्रकरण में पुलिस द्वारा त्वरित गति से अनुसंधान जारी रखते हुए उक्त वारदात में फर्जी नाम मोनिका घांची पुत्री चमनाराम घांची नाम से दुल्हन बनने वाली उक्त दुल्हन के बारे में पता लगाने पर यह लड़की असल में मोनिका मीणा पुत्र पुत्री चंदू लाल मीणा निवासी मसारो की ओवरी पुलिस थाना ऋषभदेव जिला उदयपुर की होने से प्रकरण में पुलिस द्वारा इस लड़की को उसके गांव मसारो की ओवरी ऋषभदेव दबिश देकर दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया है मुलजीमा से गैंग के अन्य सदस्यों के संबंध में अनुसंधान जारी है संगठित गैंग के इस घटना में सम्मिलित गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है
रिपोर्ट : हेमंत अग्रवाल