कानपुर देहात जिले के रूरा थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक 20 साल की युवती ने लंबे समय से चल रहे छेड़छाड़ और उत्पीड़न से तंग आकर अपने घर में फांसी का फंदा लगा लिया। परिजनों ने जब उसे फंदे पर लटकते देखा तो शोर मचाकर बचाया, लेकिन तब तक उसकी हालत बेहद गंभीर हो चुकी थी।
परिजनों का आरोप है कि क्षेत्र का एक शोहदा पिछले कई महीनों से युवती के पीछे पड़ा था। बार-बार छेड़छाड़, फोन पर गंदी-गंदी बातें और रास्ते में रोककर परेशान करने की घटनाएं हो रही थीं। शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई न होने
से युवती मानसिक रूप से पूरी तरह टूट गई और उसने यह खतरनाक कदम उठा लिया।
निजी अस्पताल में भर्ती, परिजनों ने काटा हंगामा
गंभीर हालत में युवती को तुरंत कल्याणपुर (कानपुर नगर) के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों का गंभीर आरोप है कि आरोपी युवक का रिश्तेदार उसी अस्पताल में है, इसलिए जानबूझकर वहां भर्ती कराया गया था। बाद में अस्पताल प्रशासन पीड़िता को हैलट या उर्सला रेफर करने की बजाय टालमटोल करता रहा।
जब परिजनों को यह पता चला तो उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। सूचना पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में रविवार देर रात युवती को अंततः उर्सला अस्पताल (कानपुर) रेफर कर दिया गया। फिलहाल उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं।
मामले में पुलिस ने आरोपी शोहदे के खिलाफ छेड़छाड़, उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश जारी है।