गुरु और शनि दो बड़े ग्रह 20 नवंबर 2020 से मकर राशि में संचरण कर रहे हैं। लगभग 60 साल बाद इन दोनों ग्रहों का एक साथ मकर राशि में मिलन हुआ है। लेकिन इन सबसे बढ़कर इस बार ऐसा संयोग बनने जा रहा है जो की लगभग 799 साल बाद घटित होगा। आगामी 16 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच आकाश में गुरु और शनि बेहद निकट दिखाई देंगे। क्योंकि यह ग्रह पृथ्वी के बाहरी पड़ोसी है इसलिए इनका पृथ्वी के इतने करीब आना अपने आप मे अद्भुत योग का निर्माण करता है।
इस योग का होगा आपकी राशि पर असर
मेष
मेष राशि के जातकों के लिये देवगुरु और शनिदेव का मकर राशि मे मिलन काफी लाभदायक सिध्द होगा। आपके व्यवसाय भाव में धर्म और कर्म का योग मिलकर राजयोग जैसा अवसर निर्मित करेगा। आपको भूमि, भवन और वाहन का लाभ मिलेगा। साथ ही साथ परिवार में छोटे मोटे विवाद भी उठेंगे परंतु अपने विवेक से आप उनका हल निकल पाएंगे। कार्यक्षेत्र पर बदलाव के आसार है जो कि काफी सुखद होंगे।
वृष
वृषभ राशि के जातकों के लिये यह युति कमाल कर दिखाएगी। जिन जातकों को अपने भाग्य से शिकायत थी वह दूर होने जा रही है।आपको अपने भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। यह समय आपके लिये आश्चर्य से भरा रहने वाला है। आपको भाग्य का साथ मिलेगा साथ ही कार्य के प्रति समर्पित रहने का भी समय है। पराक्रम से जो भी कार्य आप करेंगे वह अप्रत्याशित रूप से सम्पन्न होगा।
मिथुन
मिथुन राशि वाले जातकों के लिये परिश्रम करने का समय है। जितना ज्यादा आप मेहनत करेंगे उतना आपके लिये अच्छा होगा। हालांकि इस समय आपकी आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। जितना हो सके मीठा बोले। बेवजह की कलह से आपका नुकसान हो सकता है।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए यह समय प्रतिष्ठा और मान सम्मान का समय है। ऐसे में संभव है कि आपको किसी ऊंचे पद की प्राप्ति हो जाये अथवा प्रमोशन भी संभव है। यह समय व्यापारी वर्ग के लिये श्रेष्ठ है। व्यापार करें, चाहे किसी भी चीज़ का व्यापार हो आपको सफलता मिलेगी। आपके व्यक्तित्व में एक खास आकर्षण आएगा जिसकी चर्चा हर ओर होगी। स्त्री वर्ग का सम्मान करें लाभ होगा।
सिंह
सिंह राशि वालो के लिये यह समय परेशानी भरा होगा। परंतु कोई समस्या बिना समाधान के नही आती अतः प्रयास के बाद आपकी समस्या का निदान भी संभव है। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे। परिमार्जित ज्ञान का समय है।
कन्या
कन्या राशि के ज्ञान भाव मे धर्म और कर्म दोनों का बोलबाला होगा। आपकी कोई बड़ी समस्या सुलझने वाली है। अतः परमात्मा का स्मरण करें। धर्म और प्रयास से आप अपने ज्ञान का सही उपयोग कर पाएंगे। संतान पक्ष से भी कोई शुभ समाचार की प्राप्ति होने वाली है। कुल मिलाकर प्रभु की कृपा का समय है। सूर्य देव की पूजा करते रहे।
तुला
तुला राशि के चतुर्थ भाव में शनिदेव और गुरु का आगमन हुआ है जिससे आपके घर का माहौल जो कि बेहद उदासी भरा था वहां फिर से खुशहाली आने की संभावना है। आपके प्रयास से आप परिवारजनों को एक साथ लाने में सक्षम होंगे। भूमि भवन का लाभ मिलेगा।
वृश्चिक
आपके पराक्रम भाव में बन रही इस युति के प्रभाव से भाग्य का साथ आपको मिलेगा। धर्म से अपना जुड़ाव बनाये रखिये। धर्म की स्थापना पर व्यय जीवन को ऊँचाई की तरफ ले जाएगा। प्रभु के प्रति समर्पण का भाव रखिये। मेहनत का फल आपको मिलने वाला है।
धनु
आपके वाणी भाव में बन रही युति आपको आक्रामक वाणी दे सकती है। ध्यान रखें मीठी वाणी बोलने मात्र से आपके काम बन सकते है। उदासीन रुख चीजों को खराब कर सकता है। अपने भाग्य को कोसना छोड़कर उसे बदलने का प्रयास करें। आप पर शनिदेव की अंतिम ढैय्या चल रही है अतः भगवान पर भरोसा रख कर कार्य करते रहे।
मकर
मकर राशि के लग्न भाव मे युति से मकर राशि पर प्रभु कृपा बरसने वाली है। आपका व्यक्तित्व बेहतर बनेगा। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बिल्कुल न बरतें। आपके लिये यह समय भक्ति करने का है। कार्यस्थल पर आपके कार्य और मेहनत की तारीफ होगी। समय पक्ष का है जीवनसाथी का सहयोग काम में सफल बनाएगा।
कुम्भ
कुम्भ राशि के जातक वैसे भी परेशानी से जूझ रहे है परंतु व्यय की अधिकता अभी बनी रहेगी। अपने विवेक का सहारा लेकर कार्य करें। धर्म में आपकी रुचि बढ़ेगी। अपनी कमाई का एक भाग धर्म पर अवश्य खर्च करें।
मीन
मीन राशि के जातकों के लाभ भाव मे युति का बेहद अच्छा प्रभाव होगा। लाभ, ज्ञान और संतान सुख से वंचित जातको को आश्चर्य जनक लाभ मिलने वाला है। एकाग्रचित होकर कार्य करें सफलता कदम चूमेगी। लाल गाय की सेवा लाभदायक है।