कानपुर,19 नवंबर (हि. स.) उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में किदवई नगर स्थित सेंट थॉमस स्कूल में नौबस्ता थाने की तरफ से एक सारगर्भित और उपयोगी साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार की मिशन शक्ति-पांच चरण पहल के तहत छात्र-छात्राओं को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक करना ही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रहा। मुख्य वक्ता के तौर पर सब-इंस्पेक्टर विकास सिंह मौजूद रहे। यह जानकारी बुधवार को सेंट थॉमस स्कूल के प्रधानाचार्य फादर थॉमस कुमार ने पुलिस अधिकारियों को पुष्प गुच्छ देकर आत्मीय स्वागत करते हुए दीं।
मुख्य वक्ता सब-इंस्पेक्टर विकास सिंह ने छात्रों को साइबर सुरक्षा से जुड़े बेहद महत्वपूर्ण और व्यावहारिक बिंदुओं पर जागरूक करते हुए कहा कि सार्वजनिक वाई-फाई इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतने, अनजान लिंक्स पर क्लिक न करने और थर्ड पार्टी ऐप्स डाउनलोड करने से बचने की सलाह दी।
उन्होंने एआई पर आधारित ठगी, डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े खतरों पर विस्तार से रूबरू कराते हुए कहा कि साइबर अपराधी भय और तकनीक का गलत उपयोग कर युवाओं को जाल में फंसाते हैं। छात्रों को समझातें हुए कहा कि यदि कभी भी डिजिटल ठगी या ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाए तो घबराएं नहीं, और किसी भी अजनबी व्यक्ति-चाहे वह स्वयं को पुलिस, बैंक या न्यायिक अधिकारी बताता हो उसकी वीडियो कॉल पर भरोसा न करें।
छात्रों से उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत नज़दीकी थाने से संपर्क करें।
सब-इंस्पेक्टर पूनम यादव ने छात्राओं के बीच मिशन शक्ति से संबंधित आधिकारिक हैंडबिल वितरित किए और उन्हें किसी भी आपात स्थिति में 112 या 1090 पर तुरंत संपर्क करने की सलाह दी।
हेड कांस्टेबल संगीता राठौर ने भी कार्यक्रम के दौरान महत्वपूर्ण योगदान दिया और छात्रों को सुरक्षा निर्देश समझाने में सहयोग किया।
इस दाैरान 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, 1090 वीमेन पावर लाइन, 1930 साइबर फ्रॉड हेल्पलाइन, 112 पुलिस इमरजेंसी, 102 स्वास्थ्य सेवाएं, 108 एंबुलेंस, 1098 चाइल्डलाइन और 181 महिला हेल्पलाइन सहित विभिन्न आपातकालीन सेवाओं का विस्तृत विवरण दिया गया। साथ ही मिशन शक्ति केंद्रों, महिला हेल्प डेस्क और राज्यभर में संचालित सुरक्षा एवं सहयोग तंत्र की जानकारी भी शामिल थी।
सेंट थॉमस के प्रधानाचार्य ने बताया कि स्कूल और पुलिस के इस संयुक्त प्रयास का उद्देश्य छात्रों को डिजिटल दुनिया के प्रति जागरूक, सतर्क और जिम्मेदार नागरिक बनाना था। कार्यक्रम ने समाज में सुरक्षित और सुशिक्षित वातावरण बनाने के मिशन को आगे बढ़ाया-जो कि सशक्त नारी, समृद्ध प्रदेश की व्यापक दृष्टि (विज़न) से जुड़ा है।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्र गान से हुआ। विद्यालय के मीडिया प्रभारी रॉकी एडविन ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कक्षा छह से आठ क्लास तक के सभी विद्यार्थी एवं अध्यापक-अध्यापिकाएं विशेष रूप से फ़लक साइमन, एलेन डिसूज़ा सिस्टर शिजी आदि उपस्थित रहे।