नयी दिल्ली: पंजाब में किसानों के आंदोलन के कारण रेलवे को 22 सौ करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है जिसमें रेलवे संपत्ति को हुई क्षति शामिल नहीं है।
रेल मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि पंजाब के आंदोलन के कारण रेलवे को 2220 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है। यह आंकड़ा गुरुवार तक की स्थिति के आकलन के आधार पर सामने आया है। इस आंकड़े में रेलवे की संपत्ति को हुई क्षति का अनुमान शामिल नहीं है। सूत्रों का कहना है कि इस बारे में आंदोलन समाप्त होने के बाद आकलन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पंजाब में रोजाना करीब 30 रैक माल आता है और करीब 40 रैक माल बाहर जाता है। आंदोलन के कारण राज्य को प्रतिदिन कम से कम इतना नुकसान हुआ। आंदोलन के कारण मालगाड़ियों के 263 रैक फंस गये। 33 रैक मालगाड़ियां पंजाब के भीतर और 230 रैक बाहर फंस गये। इनमें से 78 रैक काेयला, 34 रैक खाद, आठ रैक सीमेंट, आठ रैक पेट्रोलियम पदार्थों तथा 102 रैक कंटेनर, स्टील एवं अन्य सामग्री के हैं।
सूत्रों के अनुसार आंदोलन के कारण मालगाड़ियों के 3850 रैक पर लदान नहीं हो सकी। जबकि 2352 यात्री गाड़ियों को रद्द अथवा मार्ग परिवर्तन करना पड़ा। मालगाड़ियों में लदान नहीं होने के कारण रेलवे को प्रतिदिन 14.85 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ तथा जबकि यात्री गाड़ी नहीं चल पाने से प्रति गाड़ी 67 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।