छापीहेड़ा (राजगढ़): – नगर परिषद छापीहेड़ा सीएमओ ऋषिकांत यादव, द्वारा राशन पर्ची नवीन बनाने के लिए लिखित आवेदन देने के लिए कहा गया, लिखित आवेदन के लिए मैं गिरिराज शर्मा के पास गया | तो गिरिराज शर्मा ने कहा आवेदन से कोई मतलब वाली बात नहीं है | यह नवीन पर्ची उन्होंने तुरंत कंप्यूटर द्वारा मेरे पास जो ओरिजिनल राशन पर्ची थी, उसे लिया और तुरंत वर्षा वर्मा, द्वारा निकलवा कर मुझे दे दिया |लेकिन मैं उस पर्ची को लेकर जाने लगा तभी गिरिराज शर्मा, ने कहा की आप तो सीएमओ साहब के पास जा रहे हो, मैंने कहा सर के सील और साइन के लिए जा रहा हूं, तो गिरिराज शर्मा ने कहा ऐसा करो यह आवेदन ले जाओ पर्ची तो अभी यही रहने दो मैं आपको बताता हूं | आप एक आवेदन लिख लो गिरिराज शर्मा ने नगर परिषद के नाम नवीन पर्ची का आवेदन लिखवा कर प्रार्थी की जगह दस्तखत करवा कर मुझे कहा की यह पर्ची जो कि नवीन थी | इसे अभी यहीं पर रहने दो सीएमओ साहब को यह आवेदन दे दो और फीर यह पर्ची ले जाना मैं खुद स्वयं सीएमओ साहब के पास आवेदन लेकर गया, तो उन्होंने कहा की आप मंगलवार को आजाइए जबकि मेरे सामने ही तुरंत वर्षा वर्मा, व गिरिराज शर्मा, द्वारा नवीन पर्ची निकाली गई | परंतु सील और साइन के लिए सीएमओ साहब के पास मैं ले जाने लगा तब गिरिराज शर्मा ने कहा यह पर्ची तो यहीं पर रहने दो यह आवेदन सर को दे दो सर अभी हम में से किसी को बुलाएंगे जिसके बाद यह पर्ची हम आपको सील साइन करवा कर दे देगे | मैं सीएमओ साहब के पास लिखित आवेदन लेकर गया और उन्होंसे बोला की सर यह आवेदन देने की कहा गिरिराज शर्मा ने आपको सीएमओ ऋषिकांत यादव ने मुझसे कहा की आप मंगलवार के रोज आ जाना नवीन पर्ची आपको मिल जाएगी, मैंने सीएमओ ऋषिकांत यादव से कहा सर नवीन पर्ची मेरी गिरिराज शर्मा, व वर्षा वर्मा, द्वारा निकाल दी गई है | जो गिरिराज शर्मा, के टेबल पर रखि है आप बोल रहे हैं, मंगलवार को आ जाना उन्होंने दोनों कर्मचारियों को वर्षा वर्मा, व गिरिराज शर्मा, को उनके ऑफिस में बुलाया वहां पर गिरिराज शर्मा, और वर्षा वर्मा, दोनों ही झूठ बोलने लगे हमने कोई पर्ची नहीं निकाली दो तीन दिनों से साइड ही नहीं चल रही है, जबकि मेरे खुद के सामने ही एक नहीं दो पर्चियां कंप्यूटर द्वारा निकाली गई, उसमें से एक पर्ची मुझे दे दी गई थी,
लेकिन वह पर्ची में सीएमओ साहब के पास लेकर जाने लगा तब मुझे गिरिराज शर्मा, ने रोक लिया मैंने उस बात पर गौर भी नहीं किया और उन्होंने जैसा कहा वैसा ही मैंने मान लिया लेकिन दोनों ही सीएमओ ऋषिकांत यादव, के सामने झूठ बोलने लगे की कोई पर्ची निकाली ही नहीं है, मेरे पास जो भी डॉक्यूमेंटस थे, वह और नवीन पर्ची जो कि तुरंत निकाली गई थी, वह सब कुछ गिरिराज शर्मा, के टेबल पर में रखकर सीएमओ ऋषिकांत यादव, के ऑफिस में चला गया, नवीन पर्ची का फोटो मैंने नहीं लिया क्योंकि मुझे यह नहीं पता था कि आगे यह ऐसे भी झूठ बोल सकते हैं | छापीहेड़ा नगर परिषद में चल रही है मनमानी जब स्वयं पत्रकारों को ही नहीं छोड़ा जा रहा है, तो नगर के आम जनता को कितनी तकलीफों का सामना करना पढ़ रहा होगा | और तो और नगर परिषद छापीहेड़ा मैं कर्मचारियों एवं आने जाने वाले व्यक्ति भी सोशल डिस्टेंसिग का पालन नहीं कर रहे हैं |
रिपोर्ट :- कमल चौहान