इटावा :- आज डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस डॉ ज्योति वर्मा (जिलामंत्री)भाजपा ने इटावा प्रथम उपाध्यक्ष श्री मती मनोरमा वर्मा जी के साथ मनाया और देश के लिए बलिदान होने वाले मुखर्जी जी को नमन किया ।
इस अवसर पर उन्होंने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। कलकत्ता विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर नियुक्ति पाने वाले सबसे कम आयु के कुलपति थे।
उन्होंने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया।पर विडंबना यह रही कि तत्कालीन (सरकार)सत्ता के खिलाफ जाकर सच बोलने की जुर्रत करने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
और उससे भी बड़ी विडंबना की बात यह है कि आज भी देश की जनता उनकी रहस्यमयी मौत के पीछे का सच जानने में नाकामयाब रही। उन्होने जो भी किया देश के लिए किया।उन्होने धारा 370 का काफी विरोध किया और मातृभूमि के लिए अपने जीवन का बलिदान तक दे दिया।
इटावा प्रथम उपाध्यक्ष श्री मती मनोरमा वर्मा ने कहा डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने अपनी अंतिम सांसे जम्मू कश्मीर में लीं। जिस धारा 370 का विरोध उन्होंने उस समय किया और अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए आज उनके इस अधूरे सपने को भारतीय जनता पार्टी के यशश्वी प्रधानमंत्री जी ने धारा 370 हटाकर किया।
हम सब देशवासी उनके इस बलिदान को कभी नहीं भूल पाएंगे।
रिपोर्ट शिवम दुबे