हापुड़ :- की तहसील गढ़मुक्तेश्वर के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के डेहरा रामपुर में लाइन पर काम करते समय विद्युत कर्मी दिलशाद पुत्र बाबू निवासी शाहपुर फगौता थाना पिलखुवा करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया।
परिजनों ने विद्युत विभाग सुपरवाईजर व अधिकारियों पर लगाया। लापरवाही का आरोप जानकारी के अनुसार डेहरा रामपुर में बिजली विभाग के तारों को बदला जा रहा था। जहां दिलशाद पुत्र बाबू लाइन पर कार्य कर रहा था। जैसे ही उसने पहला जंपर कांट कर दूसरे जंपर से हाथ लगाया।
करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंचे बहादुरगढ़ थाना प्रभारी नीरज कुमार पुलिस बल के साथ घायल दिलशाद के शव को लेकर गढ़मुक्तेश्वर सीएससी पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया जिस सुपरवाइजर की देखरेख में दिलशाद कार्य कर रहा था।
उस सुपरवाइजर कपिल ने बताया कि दिलशाद लाईन पर कार्य करने गया। उसमें अचानक करंट आगया तत्काल उसकी मौके पर ही मौत हो गई लेकिन परिजन इस बात को मानने को तैयार नहीं है। परिजनों का कहना है। दिलशाद की मौके पर काम करते हुए मौत हुई कुछ संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।
कि दिलशाद लाइन पर कार्य करने गया तब तक शड डाउन नहीं लिया गया। जैसे ही करंट लगने से दिलशाद की मौत हुई तत्काल सड डाउन ले लिया गया सुपरवाइजर की बातों से ऐसा ही आभास हो रहा था। फगौता निवासी बलराम नाम के ठेकेदार के साथ दिलशाद कार्य कर रहा था।
जो पिछले 3 सप्ताह पहले अपने घर से आया था और आज लगभग एक बजकर 15 मिनट पर सुपरवाइजर के अनुसार दिलशाद की करंट लगने से मौत हो गई दिलशाद के चाचा ने बताया कि विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के कारण मेरे भतीजे दिलशाद की मौत हुई।
बिजली विभाग के किसी भी अधिकारी सुपरवाइजर व ठेकेदार ने उन्हें सूचना नहीं दी उन्हें सूचना अस्पताल से बहादुरगढ़ थाने की पुलिस ने दी है। उसके चाचा दिलशाद का कहना है। दिलशाद को लाईन पर जंफर काटने भेजा गया था तो उसे ना तो कोई दस्ताने दिए गये।
नाहीं पैरों में जूते पहनने को दिए गये। जबकि लाइन पर कार्य करने के लिए विद्युत कर्मी को जूते दस्ताने आदि दिए जाते हैं। ताकि कार्य करते समय वह बिजली के करंट से बचसके लेकिन बिजली विभाग के सुपरवाइजर व ठेकेदार ने इस तरह की कोई सामग्री नहीं दी जिससे उसकी लाइन पर कार्य करते हुए मौत हो गई।
परिजनों का रो रो कर बुरा हाल दिलशाद के पिताजी की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। दिलशाद तीन भाई हैं घर में सबसे बड़ा कमाने वाला दिलशाद ही था। दो छोटे भाई हैं परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में कोई कमाने वाला नहीं है। उसकी माता भी बीमार रहती है।
उसके चाचा ने बताया बिजली विभाग की घोर लापरवाही है। उसका आरोप उन्होंने स्पष्ट शब्दों में लगाया उन्होंने कहा कि अगर बिजली विभाग की लापरवाही नहीं होती तो बिजली विभाग ने हमें सूचना क्यों नहीं दी हमें सूचना बहादुरगढ़ पुलिस ने गढ अस्पताल से दी जबकि दिलशाद जिस ठेकेदार या सुपरवाइजर के अंतर्गत कार्य कर रहा था।
उन्हें दिलशाद की मौत की सूचना हमें देनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने सूचना नहीं दी बल्कि बहादुरगढ थाने की पुलिस ने हमे फोन पर बताया कि दिलशाद की करंट लगने से मौत हो गई प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है लापरवाही सामने आने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट अतुल त्यागी