इटावा :- सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय सैफई के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में पिछले दिनों डिलीवरी कराने आयी प्रसूता संगीता कुमारी पत्नी धर्मेंन्द्र सिंह निवासी प्रतापपुर थाना भोगांव जिला मैनपुरी के सम्बधियों द्वारा विश्वविद्यालय में कार्यरत् नर्स पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया गया था।
जिसके लिए प्रसूता तथा उसके परिवार वालों द्वारा दिनभर हंगामा भी किया गया। चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्राथमिक जाॅच में मामला झूठा निकला तथा बाद में भर्ती प्रसूता महिला के सम्बन्धियों ने प्रार्थना पत्र देकर कहा कि उसने कुछ लोगों के उकसावे में ऐसा झूठा आरोप लगाया था।
तथा ब्लड जाॅच में भी बच्ची उनकी निकली। यह जानकारी विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की किसी तरह की भ्रमक तथा विश्वविद्यालय की छवि धूमिल करने सम्बन्धित गलत शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन सम्बन्धित मरीज तथा तीमारदार के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में भी सम्बन्धित प्रसूता महिला तथा उसके सम्बन्धियों के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु स्थानीय पुलिस प्रशासन को पत्र लिखा गया है।
इस सम्बन्ध में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्षा डा0 कल्पना कुमारी ने बताया कि सम्बन्धित मामले में प्रसूता संगीता कुमारी पत्नी धर्मेंन्द्र सिंह निवासी प्रतापपुर थाना भोगांव जिला मैनपुरी जिन्होंने 18 जूलाई 2020 को स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की असिस्टेन्ट प्रोफेसर डा0 प्रियंका राय की देखरेख में एक बच्ची को जन्म दिया था।
प्रसूता के भाई चरन सिंह निवासी हिंदुपुर पोस्ट कुसमरा जिला मैनपुरी ने 21 जूलाइ्र्र 2020 को विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर यह कहा है। कि उनकी बहन का नवजात शिशु नहीं बदला गया है।
तथा उन्होंने बहकावे में आकर तथा गलतफहमी में इसकी शिकायत पुलिस प्रशासन से की थी। जबकि उनकी बहन ने बच्ची को ही जन्म दिया था तथा दूसरी महिला जो उनकी बहन के नाम की थी। ने बच्चे को जन्म दिया था। यह दोनों नवजात तथा माॅ के रक्त जाॅच से भी पता लगा है।
रिपोर्ट शिवम दुबे