इजरायल हमास युद्ध के बीच इजरायली सेना ने एक बार फिर से पड़ोसी देश सीरिया की राजधानी अलेप्पो में एयर स्ट्राइक की है। सीरिया की असद सरकार के माउथ पीस कहे जाने वाले शम एफएम समाचार आउटलेट ने इसकी पुष्टि करते हए कहा है कि अलेप्पो के पास हवाई हमले में करीब 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। हमले में खासा नुकसान भी हुआ है।
सीरियन आउटलेट ने सैन्य सूत्रों के हवाले से इस हमले के लिए इजरायल को दोषी माना है। दावा किया जा रहा है कि अलेप्पो के उत्तर में एक छोटे से शहर हय्यान में एक तांबे के संयत्र पर ये हमले किए गए हैं। युद्ध पर नजर रखने वाली सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का दावा है कि उत्तर में रात में ये हमले किए गए, जिसमें अभी तक 12 मौतें रिकॉर्ड की गई हैं।
सीरिया के सरकारी मीडिया का दावा है कि आज रात उत्तर-पश्चिमी सीरिया के अलेप्पो शहर के पास कॉपर स्मेल्टिंग प्लांट में विस्फोट के बाद उसमें भीषण आग लग गई। सीरियन मीडिया ने 12 लोगों की मौत से इनकार तो नहीं किया है, लेकिन इसकी पुष्टि भी नहीं की है। सीरिया के सरकारी मीडिया के मुताबिक, इज़रायली वायु सेना द्वारा किए गए कई मिसाइल हमलों के कारण ये आग लगी है, लेकिन एक गार्ड के अलावा कोई हताहत नहीं हुआ। कुछ रिपोर्ट का ये भी कहना है कि प्लांट के साथ-साथ आस-पास के क्षेत्र पर ईरान समर्थित मिलिशिया संगठन हिजबुल्लाह द्वारा किया जा रहा था।
पहले भी सीरिया में हमले कर चुका है इजरायल
गौरतलब है कि चारों तरफ से मुस्लिम देशों से घिरा इजरायल अपनी सुरक्षा के लिए लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। इससे पहले भी उसने सीरिया में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर टार्गेटेड अटैक किए थे। कुछ माह पहले इसी तरह से इजरायली वायुसेना ने सीरिया में ईरानी एंबेसी को निशाना बनाया था, जिसमें कई आतंकियों समेत ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड के कई सैनिक मारे गए थे। इसके जबाव में ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक रॉकेट और मिसाइल हमले किए थे। हालांकि, उन सभी को इजरायली डिफेंस ने हवा में ही मार गिराया था।
इजरायल ये कहता रहा है कि ईरान समर्थित हिजबुल्लाह केवल लेबनान ही नहीं सीरिया से भी उसके लिए खतरा बना हुआ है। यही कारण है कि वो आए दिन सीरिया में टार्गेटेड अटैक करता है। गौरतलब है कि सीरिया की बशर अल असद सरकार को रूस का सीधा समर्थन मिला हुआ है। जबकि, वहां के विद्रोहियों को अमेरिका का समर्थन है।