मधुबनी :- आज समय में बिहार के नितिश कूमार के सरकार मे हर सरकारी बहलियो मे धांधली आम बात हो गई है,ऐसा ही मामला विधालय रात्रि प्रहरी के बहाली का आ रहा है। जिसमें ग्राम रक्षा दल से सरकार के द्वारा बहाली करने की बात कही गई थी।
लेकिन बिना किसी सूचना पट्ट के ही अन्य लोगों का बहाली किया जा रहा है। ऐसा नहीं होने पर लॉकडाउन के गाईडलाईन को तेरे हुए उग्र आंदोलन का धमकी दिया गया।
यह मामला मधुबनी जिले के 31 हरलाखी विधानसभा के विधायक सह विहार विधानसभा समारुढा दल के मुख्य सचेतक मुख्यमंत्री नितिश कूमार के खासम खास विधायक शुधांशु शेखर के पैतृक आवास उतरा गाँव से आ रही हैं।
जहाँ विधालय रात्रि प्रहरी के बहाली में धांधली की खबर हाथ लगते ही बिहार ग्राम रक्षा दल के मधुबनी जिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र दास ने अपने अपने दर्जनों ग्राम रक्षा दल के साथियों को लेकर 31 हरलाखी विधानसभा के विधायक सह बिहार विधानसभा सतारूढ दल के मुख्य सचेतक शुधांशु शेखर के आवास का घेराव किया।
ग्राम रक्षा दल के जिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र दास का कहना माने तो इन्होंने कहा हमारे विधायक बिहार विधानसभा सतारूढ दल के मुख्य सचेतक शुधांशु शेखर के द्वारा हमारे ग्राम रक्षा दल के मंच से बिहार ग्राम रक्षा दल को स्थायी एवं विधालय रात्रि प्रहरी में बहाली की बात कही गई।
कोरोना काल मे भी निस्वार्थ भावना से बिहार सरकार के गाइडलाइन को पालन करते हुए लॉकडाउन का पालन करवाने का किया गया। लेकिन आज विधालय रात्रि प्रहरी मे बिना किसी सूचना पट्ट के ही अन्य लोगों का बहाली की जा रही है, अगर ऐसा हुआ तो बिहार ग्राम रक्षा के सदस्य पूरे बिहार में लॉकडाउन के गाइडलाइन को तोड़ते हुए उग्र आंदोलन करने का बात कही गई।
बिहार ग्राम रक्षा के इस आक्रोश देखते हुए हरलाखी विधानसभा के विधायक सह बिहार विधानसभा सतारूढ दल के मुख्य सचेतक शुधांशु शेखर ने अपने पूरानी बातों को सामने रखते हुए ग्राम रक्षा दल के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए।
कोरोना महामारी में उनके कार्यो को सराहनीय बता कर विधालय रात्रि प्रहरी के बहाली में सरकार के गाइडलाइन के अन्तर्गत बहाली की बताई गई। विधालय रात्रि प्रहरी के बिहार ग्राम रक्षा के प्राथमिकता देने की बात कही गई।
विधायक रात्रि प्रहरी बहाली में बिहार विधानसभा सतारूढ दल के मुख्य सचेतक शुधांशु शेखर के प्राथमिकता देने की बात कहे जाने के बाद ग्राम रक्षा दल का स्थाईकरन कब तक हो जाती है। या फिर इस बहाली में धांधली की बात धांधली बनकर ही रह जाएगी।
रिपोर्ट- शादाब अख़्तर