पश्चिम बंगाल(आसनसोल) :- चित्तरंजन गोली कांड में चित्तरंजन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चित्तरंजन क्षेत्र से ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जबकि और दो आरोपी अभी तक पुलिस के पहुच से बाहर है।
घटना बिगत गुरुवार शाम 5 बजे की है, सालानपुर थाना क्षेत्र के मालबोहल निवासी स्क्रैप ऑक्शन बिडर और चिरेका ठीकेदार बलराम सिंह जैसे ही चिरेका जीएसडी गेट से अपने स्क्रैप को ट्रक में लोड करवा कर और मजदूरों को कार्य का भुगतान कर निकले तो 200 मीटर की दूरी पर ही घात लगा।
कर बैठे हमलवारों ने बलराम पर गोली चला दी। तीन गोली चलाई गई. जिसमे से दो गोली सीधे बलराम को बाजू और कनपटी में जा लगी। जिससे बलराम की मौके पर ही मौत हो गई और आरोपी मौके से भागने में सफल रहे। बलराम को अनफनान में के जी अस्पताल ले जाया गया।
जहा डॉक्टरों ने भी बलराम की मृत्यु की पुष्टि कर दी। इलाके में घटना की खबर आग की तरह फैली और बलराम सिंह तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए सक्रिय कार्यकर्ता भी जिसेक कारण तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम लग गया। प्रशासन से जल्दी अपराधियो को पकड़ने की मांग होने लगी।
घटना के बाद आरपीएफ द्वारा पूरे चिरेका क्षेत्र को शील कर दिया गया। वही घटना के बाद से ही चित्तरंजन पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई। अपने खुफिया तंत्र का उपयोग कर पूरी रात क्षेत्र में पुलिस ने दबिश अभियान चला कर चित्तरंजन क्षेत्र से 5 लोगो को गिरफ्तार किया।
बाद में पूछ ताछ के बाद दो लोगो को पुलिस ने छोड़ दिया। पूरे प्रकरण में पांच लोगों को आरोपी माना जा रहा है जिसमे से अजय मंडल उर्फ गंगू , राहुल सिंह, मुकेश बाल्मीकि पुलिस ने पकड़ लिया है। और दो आरोपी रणविजय वाल्मीकि, सूरज बाल्मीकि अभी तक फरार बताये जा रहे है।
पकड़े गए तीनो आरोपियो को शनिवार सुबह पुलिस ने आसनसोल न्यायालय के समच्छ प्रस्तुत किया। सात दिनों की पुलिस रिमांड मांगी गई जिसे न्यायालय ने मंजूर दे दी।
पुलिस सूत्रों की माने तो यह स्क्रैप बर्चस्व की लड़ाई है, और आरोपियो में से एक स्क्रैप का ही कारोबार करता है. पूछ ताछ के बाद और भी जानकारी मिलेगी।
वही यह स्क्रैप की खूनी खेल इसे पहले भी क्षेत्र में खेला जा चुका है. माना जा रहा है आने वाले सात दिनों मैं इस खूनी खेल में संलिप्त और कई स्क्रैप माफियाओं का नाम सामने आ सकते है।
घटना के बाद बलराम के परिवार दुख में डूब गया है।
बलराम के पिता ओमप्रकाश सिंह चिरेका से रिटायर है और दिल्ली में इलाज के लिए गए है, बलराम की पत्नी किरण देवीका रो रो कर बुरा हाल है. और छोटे छोटे बच्चों के सर से पिता का हाथ हाट गया यह भी उन्हें समझ में नही रहा है. बलराम की एक पांच साल का बेटा और 1 साल की बेटी है।
रिपोर्ट राहुल तिवारी